
इंदौर। शहर को स्वच्छता के बाद यातायात में भी नंबर वन बनाने की कवायद चल रही है। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। नियम तोडऩे में कुख्यात माने जाने वाले रिक्शा चालक भी अब चौराहों पर रोजाना यातायात सुधारने में सहयोग दे रहे हैं, वहीं समाज के अन्य वर्र्गों से भी लोग शहर के यातायात को सुधारने के लिए आगे आ रहे हैं। तीन सौ से अधिक लोग रोजाना अपने काम के बाद चौराहों पर निशुल्क यातायात व्यवस्था संभाल रहे है।
पुलिस कमिश्ररी लागू होने के बाद यातायात डीसीपी महेशचंद्र जैन ने यातायात प्रबंधन मित्र योजना शुरू की है। इस योजना के तहत शहर के आम नागरिक शहर में यातायात सुधार के लिए आगे आ रहे हैं और अपने काम के बाद समय निकालकर चौराहों पर यातायात में सहयोग कर रहे हैं। इनकी संख्या तीन सौ से अधिक हो गई है। इसमें समाज के हर वर्ग के लोग आगे आ रहे हैं। एथलिट शुभम जायसवाल रोजाना भंवरकुआं चौराहे पर तीन घंटे यातायात व्यवस्था देखते हैं तो आटो रिक्शा चालक राजकुमार अपने नौ साथियों के साथ लवकुश चौराहे पर व्यवस्था देख रहे हैं। इसके अलावा डाक विभाग की महिला कर्मचारी सरोज सोमानी महूनाका पर अपनी सेवा दे रही हैं। इसके अलावा स्कूल संचालक और प्राचार्य संध्या जायसवाल जो बाइक राईडर भी है, फूटी कोठी चौराहे का यातायात संभालती हैं।
तीस से अधिक महिलाएं जुड़ी
डीसीपी यातायात महेशचंद्र जैन के अनुसार यूं तो शहर में कई नागरिक आगे आ रहे हैं और रोजाना इनकी संख्या भी बढ़ रही है, लेकिन तीस से अधिक महिलाएं भी शहर के यातायात सुधार में सहयोग दे रही हैं। पुलिस अब ऐसे लोगों का सम्मान भी कर रही है।
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