
नई दिल्ली । आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) चीफ एन. चंद्रबाबू नायडू (N. Chandrababu Naidu) ने शुक्रवार (26 दिसंबर) को कहा कि भारतीय महाकाव्य, आख्यान और उनके नायक हॉलीवुड के सुपरहीरो से कहीं अधिक महान, ताकतवर और श्रेष्ठ हैं। उन्होंने युवाओं से राम, कृष्ण और रामराज्य के आदर्शों को समझने और जीवन में अपनाने की अपील की। तिरुपति स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय (National Sanskrit University) में आयोजित भारतीय विज्ञान सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायडू ने कहा, “भगवान हनुमान की शक्ति सुपरमैन से कहीं ज्यादा थी और अर्जुन आयरन मैन या बैटमैन से भी बड़े धुरंधर और योद्धा थे।”
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बोलने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हाल ही में क्वांटम टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित किया है,लेकिन इस सम्मेलन में उन्होंने माता-पिता, शिक्षकों और समाज से बच्चों और युवाओं में भारत के महाकाव्यों और सांस्कृतिक विरासत का ज्ञान भरने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी सुपरहीरो की कहानियों तक सीमित रखने की बजाय बच्चों को भारत के पौराणिक नायकों की कहानियां बताएं क्योंकि स्पाइडर-मैन, बैटमैन या सुपरमैन जैसे काल्पनिक किरदारों की तुलना में हमारे पौराणिक पात्रों में कहीं ज़्यादा मूल्य, ताकत और आदर्श हैं।
भगवान राम धर्म के अंतिम प्रतीक
एक रिपोर्ट के मुताबिक सीएम नायडू ने कहा, “भगवान राम धर्म के अंतिम प्रतीक हैं और राम राज्य आदर्श शासन का प्रतिनिधित्व करता है।” उन्होंने लोगों से बच्चों को हिंदू देवताओं कृष्ण और भगवान शिव की महानता और रामायण और महाभारत से मिलने वाली सीख के बारे में सिखाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ये महाकाव्य अवतार जैसी लोकप्रिय फिल्मों से भी ज़्यादा गहरे हैं।
बकासुर और कंस की कहानियों से समझाएं अच्छे-बुरे का अंतर
मुख्यमंत्री ने बच्चों को बकासुर और कंस जैसे किरदारों की कहानियों के माध्यम से अच्छे और बुरे के बीच अंतर सिखाने के महत्व पर ज़ोर दिया और याद किया कि कैसे पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव ने फिल्मों और राजनीति दोनों में मज़बूत मूल्यों को बनाए रखते हुए सिनेमा के माध्यम से पौराणिक कहानियों को लोकप्रिय बनाया था। नवाचार और रचनात्मक सोच का आह्वान करते हुए नायडू ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत भविष्य में एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में उभरने की राह पर है।
नायडू ने कहा कि भगवान राम धर्म और आदर्श शासन के प्रतीक हैं, और रामराज्य एक आदर्श व्यवस्था का उदाहरण है। उन्होंने भगवान कृष्ण और भगवान शिव के जीवन से जुड़ी शिक्षाओं को भी बच्चों तक पहुंचाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रामायण और महाभारत की कथाएं ‘अवतार’ जैसी चर्चित फिल्मों से भी अधिक गहरी और अर्थपूर्ण हैं।
26 से 29 दिसंबर तक तिरुपति में विज्ञान सम्मेलन
उन्होंने देश के विकास के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका की सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और नायडू ने अमरावती क्षेत्र में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया और स्मृति पार्क में पौधारोपण भी किया। भारतीय विज्ञान सम्मेलन का सातवां संस्करण 26 से 29 दिसंबर तक तिरुपति में आयोजित हो रहा है। उद्घाटन सत्र में RSS प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे। इस मौके पर नायडू ने भागवत की संगठनात्मक भूमिका और अनुभव की भी सराहना की।
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