नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े आईपीओ (IPO) का इंतजार कर रहे निवेशकों के लिए यह खबर थोड़ी निराश करने वाली है, क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) का असर भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ (IPO) पर भी देखने को मिल रहा है। इस युद्ध की वजह से भारत अपने संशोधित विनिवेश लक्ष्य (Disinvestment Target) को हासिल करने से पिछले आठ साल में दूसरी बार बड़े अंतर से चूकने वाला है। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ (IPO) से 60,000 करोड़ जुटाने की सरकार की योजना खटाई में पड़ने से ऐसा होने की आशंका है।
यहां बता दें कि सरकार एलआईसी आईपीओ को लॉन्च करने की तारीख का एलान जल्द कर सकती है। इसके अगले दो हफ्तों में लिस्टिंग की संभावना जताई जा रही है। एक रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर है और उनके भारत वापस आने के बाद इस बात का एलान किया जा सकता है कि देश का सबसे बड़ा आईपीओ कब पेश किया जाएगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध गहराने से शेयर बाजारों में मची उथलपुथल को देखते हुए सरकार इस आईपीओ को अगले वित्त वर्ष के लिए टाल सकती है. ऐसा होने पर विनिवेश लक्ष्य अधूरा रह जाएगा। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी है। सरकार फिक्रमंद है कि अगर आईपीओ ऐसी स्थिति में लाया जाता है तो निवेशकों का अनुकूल समर्थन शायद न मिले। इससे सरकार को अपनी हिस्सेदारी बिक्री से मिलने वाली राशि उम्मीद से कम रह सकती है।
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