
नई दिल्ली. रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) की बीच शांति समझौतों (Peace agreements) की चर्चा के बीच गुरुवार को रूसी सुरक्षाबलों ने सुदूर पश्चिमी यूक्रने में बड़ा हवाई हमला (Air raid) किया. इस हमले में रूस ने अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक कारखाने (American company) पर दो क्रूज मिसाइल दागी. हमले में कारखाने को भारी नुकसान हुआ है और कई लोगों घायल हो गए हैं.
यूक्रेनी समाचार आउटलेट एनपीआर के अनुसार, ये हमला रूस द्वारा युद्ध के सबसे बड़े रात्रिकालीन हमलों में से एक के दौरान किया गया, जिसमें मास्को ने यूक्रेन में 570 से अधिक ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं.
हमले से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें फैक्ट्री से भारी धुआं उठता हुआ दिखाई दे रहा है. हमले का निशाना बनी फैक्ट्री अमेरिकी कंपनी फ्लेक्स लिमिटेड की है जो नैस्डैक (NASDAQ) पर सूचीबद्ध है और दुनियाभर में 100 से अधिक सुविधाओं के साथ ऑस्टिन, टेक्सास और सिंगापुर में मुख्यालय हैं.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे एक साधारण नागरिक उद्यम, एक अमेरिकी निवेश बताया. उन्होंने कहा, ‘वे कॉफी मशीन जैसे रोजमर्रा के घरेलू सामान बनाते थे.’
‘हमले के वक्त फैक्ट्री में मौजूद थे 600 कर्मचारी’
स्थानीय मीडिया के अनुसार, क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख मायरोस्लाव बिलेत्स्की ने बताया कि हमले के समय फैक्ट्री में लगभग 600 कर्मचारी मौजूद थे. बिलेत्स्की ने कहा, ‘हवाई हमले की चेतावनी के बाद कर्मचारियों ने शेल्टर में शरण ली, जिसके कारण हताहतों की संख्या कम है.’
उन्होंने ये भी बताया कि विशाल फैक्ट्री का एक-तिहाई हिस्सा जलकर नष्ट हो गया. यह उद्यम विशेष रूप से घरेलू उपकरण बनाता था. इसने कभी-भी सैन्य उपकरण नहीं बनाए. हालांकि, फ्लेक्स ने अभी तक इस हमले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. यूक्रेन की सेना ने कहा कि आने वाले ज़्यादातर हथियारों को रोक दिया गया. हालांकि, कई मिसाइलों ने सुरक्षा कवर को भेद दिया.
ट्रंप की वार्ता के बाद हमला
ये हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हाल की बैठकों के कुछ ही दिनों बाद हुआ. ट्रंप ने वाशिंगटन में जेलेंस्की और अलास्का में पुतिन से अलग-अलग मुलाकात की थी, ताकि शांति वार्ता शुरू की जा सके.
इसके अलावा ट्रंप ने जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन को यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी तैयार करने का निर्देश दिया है. हालांकि, ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि वह यूक्रेन में अमेरिकी सैनिकों को तैनात नहीं करना चाहते, यहां तक कि युद्ध खत्म होने के बाद शांति सैनिकों के रूप में भी नहीं. इसके बजाय, अमेरिका की भूमिका हवाई समर्थन तक सीमित रह सकती है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बुधवार को पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि मॉस्को की भागीदारी के बिना यूक्रेन की सुरक्षा समस्याओं को हल करने की कोशिश नाकामयाब होगी. उन्होंने कहा कि रूस को यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी पर वीटो का अधिकार होना चाहिए. जेलेंस्की ने अपने टेलीग्राम पोस्ट में रूस की मंशा पर संदेह जताते हुए कहा, ‘ये हमला दिखाता है कि रूस शांति वार्ता में गंभीर नहीं है.’ उन्होंने मॉस्को पर जानबूझकर अमेरिकी संपत्ति को निशाना बनाने का आरोप लगाया.
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