
वॉशिंगटन: रूस की सबसे विनाशकारी परमाणु मिसाइल शैतान-2 को ‘विफल’ करार दिया जा रहा है. रूस की ओर से इसे एक अजेय मिसाइल बताया जाता रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक मिसाइल उड़ान भरने से पहले ही लॉन्च पैड पर विस्फोट हो गया. इस घटना के बाद रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोसमोस के चीफ को पुतिन ने बर्खास्त कर दिया है. रूस लंबे समय से दावा करता रहा है कि 208 टन की इस अंतरमहाद्वीपीय हाइपरसोनिक मिसाइल को कोई भी डिफेंस सिस्टम नहीं रोक सकता है. यह मिसाइल 14 मंजिल इमारत के बराबर है और इसकी स्पीड 25500 किमी प्रति घंटे है.
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन इस हथियार के उत्पादन में लगातार हो रहे फेलियर से निराश हैं. रूसी सिक्योरिटी सर्विस से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल पर कहा गया कि पुतिन ने शैतान-2 में प्रगति को लेकर 68 साल के यूरी बर्खास्त कर दिया. इसमें लिखा गया कि पुतिन की नाराजगी मुख्य रूप से शैतान-2 मिसाइल प्रणाली के उत्पादन और तैनाती में विफलता के कारण पैदा हुआ. अभी तक शैतान-2 मिसाइल की टेस्टिंग पूरी नहीं हुई है और बड़े पैमाने पर इसके उत्पादन का आधार नहीं है.
इस मिसाइल का डेवलपमेंट बेहद गुप्त रखा गया है, लेकिन कई टेस्ट फेल होने से जुड़ी रिपोर्ट लीक हो गई हैं. सितंबर में सैटेलाइट तस्वीरें आई थीं, जिसमें एक बड़े विस्फोट के कारण गड्ढा बना दिख रहा है. बताया गया कि यह शैतान-2 मिसाइल का लॉन्चपैड है. रिपोर्ट की मानें तो यह चौथी बार था जब मिसाइल फेल हो गया था. साल 2022 में सिर्फ एक बार यह मिसाइल पूरी तरह सफल हुई थी. विश्लेषकों ने बताया कि शैतान-2 मिसाइल पूरी तरह से फेलियर साबित हो रहा है. साइलो से उड़ान भरने से पहले ही यह फट गया.
रूसी स्पेस एजेंसी के प्रमुख की बर्खास्तगी के पीछे चंद्रमा पर असफल मिशन लैंडिंग और नए राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के खराब प्रबंधन को भी कारण बताया जा रहा है. 6 फरवरी को क्रेमलिन ने बेहद छोटे बयान में यूरी बोरिसोव की बर्खास्तगी के बारे में बताया. कार्यकारी आदेश पर पुतिन ने हस्ताक्षर किए थे. बोरिसोव तीन साल तक रूसी स्पेस एजेंसी के प्रमुख बने रहे. मॉस्को टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बोरिसोव का कार्यकाल अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं और कई बड़ी असफलताओं का गवाह रहा. अगस्त 2023 में लूना-25 अंतरिक्ष यान भी चांद पर क्रैश हो गया था.
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