
नई दिल्ली । तेज गेंदबाज संदीप शर्मा(fast bowler sandeep sharma) ने एक खरा सच बयां किया है। उन्होंने कहा कि आईपीएल में किसी टीम की बागडोर(take charge of the team) संभालना भारतीय टी20 टीम(Indian T20 team) का कप्तान बनने का क्राइटेरिया(Criteria) नहीं है। उन्होंने कहा कि आईपीएल फाइनल में टीम को पहुंचाने से भी कोई भारत की कप्तानी का दावेदार नहीं बनता। उन्होंने सूर्यकुमार यादव का उदाहरण दिया, जो फिलहाल भारतीय टी20 टीम में कप्तान हैं। सूर्या इंडियन प्रीमियर लीग में किसी टीम के कप्तान नहीं हैं। उन्होंने नियमित कप्तान की गैर मौजदूगी में आईपीएल में सिर्फ दो मैचों में मुंबई इंडियंस (एमआई) की कप्तानी की है। संदीप आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स (आरआर) का हिस्सा हैं। वह साल 2015 में भारत के लिए दो टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं।
संदीप ने क्रिकट्रैकर से कहा, “देखिए, यह बेतुकी बहस है कि एक कप्तान के तौर पर उन्होंने अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया। सूर्यकुमार यादव किसी भी फ्रेंचाइजी की कप्तानी नहीं कर रहे हैं। इसलिए भारतीय टीम का कप्तान बनने का यह कोई क्राइटेरिया नहीं है। और पिछले तीन सालों से रोहित किसी भी फ्रेंचाइजी की कप्तानी नहीं कर रहे थे। लेकिन फिर भी वह भारतीय टी20 टीम के कप्तान थे और अभी वनडे टीम के भी वही कप्तान हैं। और वह टेस्ट समेत तीनों फॉर्मेट के कप्तान थे। इसलिए आईपीएल में आप जो करते हैं, वो कोई मापदंड नहीं है। आईपीएल बिल्कुल अलग है। यह एक घरेलू लीग है।” संदीप ने साथ ही भारत के एशिया कप स्क्वॉड पर भी अपनी राय रखी।
32 वर्षीय गेंदबाज को नहीं लगता कि स्क्वॉड में किसी तेज गेंदबाजी ऑप्शन की कमी है। उन्होंने इसे संतुलित टीम करार दिया। संदीप ने कहा, “ये सभी लोग सालों से बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जसप्रीत बुमराह को देखिए, आप उनके बारे में कुछ नहीं कह सकते। अर्शदीप सिंह पिछले तीन वर्षों में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ टी20 गेंदबाजों में से एक हैं। और फिर हर्षित राणा ने स्पष्ट रूप से आईपीएल और घरेलू सर्किट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। इसलिए वह स्पष्ट रूप से इस स्थान के हकदार हैं। और चौथे हैं ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, जिन्होंने टीम को संतुलन दिया है। अगर वह चार ओवर गेंदबाजी और बल्लेबाजी करते हैं तो हम सभी यह जानते हैं कि क्या कर सकते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि टीम पूरी तरह से संतुलित है।”
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