
मुंबई: शिवसेना (Shivsena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने ठाकरे भाइयों (Thackeray Brothers) उद्धव (Udhav) और राज (Raj) के बीच संभावित राजनीतिक गठबंधन (Political Alliance) को महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति के लिए “नई दिशा” देने वाला कदम बताया है. उन्होंने मुखपत्र ‘सामना’ के साप्ताहिक कॉलम ‘रोकठोक’ में भाजपा (BJP) पर तीखे आरोप लगाए और कहा कि ठाकरे बंधुओं की एकता से दिल्ली और महाराष्ट्र की सत्ता में बैठे लोग घबरा गए हैं.
संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “भाजपा की नीति पहले मुंबई को लूटने की है, फिर मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने और एक अलग विदर्भ के लिए खेल खेलने की है, जिससे महाराष्ट्र के अस्तित्व को समाप्त किया जा सके.”
राउत ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा, “लोगों ने यह नहीं भूला है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अतीत में नागपुर में आंदोलनों के दौरान ‘विदर्भ ही मेरा एकमात्र राज्य है’ का संदेश देने वाले पोस्टर उठाए थे.”
राज्यसभा सांसद राउत ने चेतावनी भरे लहजे में लिखा, “अगर ठाकरे भाइयों की एकता और नेतृत्व बरकरार नहीं रहा, तो मुंबई उद्योगपतियों द्वारा निगल ली जाएगी और एक दिन यह महाराष्ट्र का हिस्सा नहीं रहेगी.” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि अप्रैल में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे से पुराने मतभेदों को ‘तुच्छ’ बताते हुए एकजुटता की बात कही थी.
5 जुलाई को हुई ऐतिहासिक मुलाकात का जिक्र करते हुए राउत ने कहा, “5 जुलाई को राज और उद्धव ठाकरे का एक साथ आना ‘मराठी मानूस’ को आत्मविश्वास देने वाला क्षण था.” उस दिन दोनों नेताओं ने लगभग 20 सालों में पहली बार एक मंच साझा किया था, जब भाजपा सरकार ने कक्षा 1 से हिंदी भाषा लागू करने से संबंधित दो सरकारी प्रस्तावों को वापस ले लिया था.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved