
नई दिल्ली। वैदिक ज्योतिष (Vedic astrology) में ग्रह के राशि परिवर्तन का अधिक महत्व है। ग्रह राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ता है। शनि देव इस साल अप्रैल में राशि परिवर्तन करेंगे। शनि 29 अप्रैल को अपनी स्वराशि कुंभ में गोचर करेंगे। शनि गोचर (Saturn transit) का सबसे ज्यादा प्रभाव कुंभ राशि वालों पर ही पड़ेगा। इसके अलावा मकर, मीन, कर्क और वृश्चिक राशियां (Scorpio zodiac signs) भी प्रभावित होंगी। जानिए शनि राशि परिवर्तन का प्रभाव-
कुंभ राशि वालों पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण-
शनि के कुंभ राशि(Aquarius) में गोचर करते ही कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र में शनि की साढ़े साती के दूसरे चरण को सबसे ज्यादा कष्टकारी माना जाता है। इस दौरान व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक व मानसिक कष्ट(mental distress) का सामना करना पड़ता है।
ये राशियां भी होंगी प्रभावित-
शनि गोचर से मकर राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू होगा। जबकि मीन राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण शुरू होगा। कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि ढैय्या शुरू होगी।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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