
भारी दबाव के बाद पश्चिम रेलवे कर रहा तैयारी
इंदौर। भारी दबाव के बाद आखिरकार पश्चिम रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों (Western Railway special trains) के मामले में इंदौर की सुध ली है। जल्द ही इंदौर से एक और स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी आंतरिक रूप से शुरू हो गई है। मंडल अफसरों की तरफ से ऐसा इशारा मिला है कि दूसरी स्पेशल ट्रेन (special train) भी यूपी-बिहार के लिए देने की तैयारी हो रही है। इंदौर को इस साल पहली और इकलौती समर स्पेशल ट्रेन ट्रेन भी महू-इंदौर-पटना के रूप में मिली है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बिहार तरफ की ट्रेनों पर यात्रियों का दबाव ज्यादा है, इसलिए वहीं के लिए स्पेशल ट्रेन प्लान की जा रही है। पिछले दिनों इंदौर आए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अनिलकुमार लाहोटी और पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोककुमार मिश्र के समक्ष इंदौर को केवल एक समर स्पेशल ट्रेन देने का मुद्दा प्रमुखता से उठा था। सांसद शंकर लालवानी ने भी चेयरमैन के सामने मुखरता से बात रखते हुए कहा था कि पश्चिम रेलवे दूसरे राज्यों से तो खूब स्पेशल ट्रेन चला रहा है, लेकिन इंदौर को एक स्पेशल ट्रेन दी गई है। मीडिया ने भी दोनों आला अफसरों के समक्ष इंदौर की उपेक्षा को लेकर सवाल-जवाब किए थे। तब अफसरों ने भरोसा दिया था कि वे इस संबंध में गंभीरता से विचार कर इंदौर को और स्पेशल ट्रेन देने का प्रयास करेंगे। उसी हंगामे का असर है कि स्पेशल ट्रेन को लेकर हलचल शुरू हुई है। माना यह भी जा रहा है कि यूपी-बिहार होते हुए हावड़ा के लिए भी स्पेशल ट्रेन चलाई जा सकती है।
दो भी मिलेगी, तो भी नाकाफी
यदि जैसे-तैसे इंदौर को दो स्पेशल ट्रेनें भी मिल गईं, तो भी इंदौर की जरूरत के हिसाब से ये नाकाफी हैं। इंदौर की ट्रेनों से समूचे मालवा-निमाड़ की लाखों जनता जुड़ी है। इंदौर-पुणे, इंदौर-मुंबई, इंदौर-नई दिल्ली, इंदौर-हावड़ा, इंदौर-रायपुर, इंदौर-अजमेर-जयपुर और इंदौर-भोपाल रूट के अलावा इंदौर से दक्षिण भारत के शहरों के लिए भी स्पेशल ट्रेनें चलाने की दरकार है। इनमें से ज्यादातर रूटों पर रेलवे ध्यान नहीं दे रहा। अफसर कभी रैक नहीं होने या पाथ उपलब्ध नहीं होने की बातें कहकर मांगों को टाल देते हैं।
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