
इन्दौर,सुनील नावरे। सिटी ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन लि. ने शहरभर में सिटी बसों के 200 से ज्यादा बस स्टॉप बनाने और कमाने के लिए ग्वालियर की कंपनी को ठेका दिया है। बदले में कंपनी मात्र 31 रुपए 50 पैसे रोज का भुगतान करेगी और बदले में बस स्टॉप पर लगाए गए विज्ञापनों से लाखों की कमाई करेगी। कंपनी ने बस स्टॉप बनाना शरू कर दिए हैं और इनमें से 50 बस स्टॉप अगले हफ्ते तक शुरू भी करने की तैयारी है। शेष बचे 400 बस स्टॉप नगर निगम और आईडीए की मदद से बनवाने की मशक्कत चल रही है।
शहर में पुराने सिटी बस स्टॉप पर विज्ञापन से निगम को लाखों की कमाई होती थी, लेकिन अब उस कमाई पर पानी फेरते हुए सिटी बस ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन लि. ने पीपीपी मॉडल पर नए बस स्टैंड बनाने के नाम पर टेंडर बुलाए। टेंडर में कंपनी के हिसाब से शर्तें रखते हुए शहर में 200 सिटी बस स्टॉप को कौडिय़ों के दाम बेच डाला। सिटी बस ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन ने टेंडर में ऐसी शर्तें डाली कि जिससे ग्वालियर की एक कंपनी को लाभ दिया जा सके और हुआ भी यही। शहर के 200 स्थानों पर सिटी बस स्टॉप बनाने की छूट कंपनी को दे दी गई। अब टेंडर की शर्तों के अनुसार कंपनी बस स्टाप तो बनाएगी, लेकिन उस पर नए लक्जरी विज्ञापन बोर्ड लगाएगी। यह बोर्ड भी डिजिटल होंगे, जिससे कंपनी को करोड़ों की आमदनी होगी, लेकिन कंपनी एआईसीटीएसएल को मात्र साढ़े 11 हजार 500 रुपए महीने की राशि का भुगतान करेगी, जो प्रतिदिन के मान से 31 रुपए 50 पैसे हो रही है। कंपनी ने भी झोली में आए करोड़ों रुपए बटोरने के लिए 50 स्थानों पर बस स्टॉप बनाने का काम पूरा कर लिया है और कुछ ही दिनों में उसकी कमाई की दुकान शुरू हो जाएगी। कंपनी को यहां भरपूर विज्ञापन की छूट रहेगी। कंपनी को फिलहाल तो 200 बस स्टाप की अनुमति दी गई है, लेकिन शहर में 600 से ज्यादा बस स्टाप हैं और नए रूट पर भी कई बस स्टाप बनाए जा रहे हैं, जिन पर कंपनी की नजर है।
400 बस स्टॉप में से कुछ निगम और कुछ आईडीए बनाएगा
शहर में 400 से ज्यादा और बस स्टॉप बनाए जाने की तैयारी है। इसको लेकर प्राधिकरण के अधिकारियो से भी बैठक के दौरान एआईसीटीएसएल के अफसरों ने चर्चा की थी, जिस पर प्राधिकरण ने 200 बस स्टॉप बनाने पर अपनी सहमति दे दी है, अब शेष बचे 200 बस स्टॉप बनाने को लेकर निगम अफसरों से चर्चा चल रही है, ताकि वहां भी जल्द से जल्द काम शुरू कराया जा सके। प्राधिकरण भी आने वाले दिनों में इसके लिए टेंडर जारी कर एजेंसियां फायनल करने की तैयारी में है। यह भी तय है कि अब कोई नया टेंडर इस राशि से अधिक का नहीं आएगा।
मात्र चंद सुविधाएं रहेंगी नए बस स्टॉप पर
कंपनी को बस स्टॉप पर केवल सीसीटीवी और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाना होगा, साथ हीं चार्जिंग पाइंट भी बनाना होगा। अब कंपनी को जो चार्जिंग पाइंट बनाने की सुविधा दी गई है, उस पर भी वाहन चालकों को चार्जिंग की कीमत चुकाना होगी और इस चार्जिंग पाइंट से भी कंपनी को कमाई होगी।
यदि कोई अपने भवन और दुकानों पर विज्ञापन करना चाहे तो टैक्स के रूप में इससे ज्यादा पैसा वसूलता है निगम
इन 200 बस स्टॉपों को देने में तगड़ा लेनदेन हुआ है। इस बात का प्रमाण यह है कि निगम ने लोगों को अपने खुद के स्वामित्व के भवन और दुकानों पर तीन फीट से चौड़े बोर्ड लगाने पर विज्ञापन शुल्क लागू कर रखा है और यदि कोई भवन इस तरह के डिजिटल बोर्ड लगाकर विज्ञापन करना चाहे तो उसे इससे ज्यादा टैक्स देना पड़ेगा, लेकिन कंपनी को निगम ने जो विज्ञापन की छूट दी है, उस पर कोई टैक्स की राशि देय नहीं है, साथ ही यह बोर्ड प्रमुख चौराहों पर नजर आएंगे, जिससे कंपनी को करोड़ों रुपए की आमदनी होगी।
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