नई दिल्ली । 2008 मुंबई आतंकी हमलों(mumbai terror attacks) के हीरो(hero) के तौर पर पहचाने जाने वाले ‘छोटू चायवाले’ मोहम्मद तौफीक(mohammed taufiq) ने 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा (accused tahawwur rana)की भारत प्रत्यर्पण(Extradition to India) को लेकर खुशी जाहिर की। हालांकि उन्होंने मांग की कि ऐसे गुनहगार को तुरंत फांसी दे देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आतंकियों को जेल, बिरयानी और सहूलियतें देने की जरूरत नहीं है। तौफीक वही शख्स हैं जिनकी सतर्कता ने 2008 के आतंकी हमलों के दौरान दर्जनों लोगों की जान बचाई जा सकी थी।
तौफीक ने ANI से बातचीत में कहा, “भारत को तहव्वुर राणा के लिए कोई सेल, बिरयानी या अजमल कसाब जैसी सुविधाएं देने की जरूरत नहीं है। आतंकवादियों के लिए अलग कानून होने चाहिए, जिससे उन्हें 2-3 महीने के अंदर फांसी की सजा मिले।” अजमल कसाब वही पाकिस्तानी आतंकी था, जिसे 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के दौरान ज़िंदा पकड़ा गया था। उसने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, कामा अस्पताल, लियोपोल्ड कैफे और ताज होटल जैसी जगहों पर आतंक मचाया था। 21 नवंबर 2012 को उसे पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई थी।
अमेरिकी SC ने ठुकराई राणा की अर्जी
7 अप्रैल को अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर राणा की वह अर्जी खारिज कर दी, जिसमें उसने भारत प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की मांग की थी। चीफ जस्टिस रॉबर्ट्स को 20 मार्च को दी गई अर्ज़ी को पूरे कोर्ट ने खारिज कर दिया। इसका मतलब है कि अब राणा के भारत लाए जाने की राह लगभग साफ हो चुकी है।
मुंबई पुलिस को अभी नहीं मिली कस्टडी
हालांकि मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक राणा को मुंबई लाकर पूछताछ या किसी स्थानीय मामले में हिरासत में लिया जाएगा या नहीं, यह अभी तय नहीं है। मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया कि उन्हें अब तक तहव्वुर राणा की मुंबई ट्रांसफर को लेकर कोई औपचारिक जानकारी नहीं मिली है।
बता दें तहव्वुर राणा एक पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक है, जिसे अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा को सहयोग देने और मुंबई हमलों की साजिश में शामिल होने के आरोप में दोषी ठहराया गया था। 2008 के इस हमले में 174 से अधिक लोगों की जान गई थी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved