
अमृतसर । ईरान-इजरायल जंग (Iran-Israel War) के दौरान वहां के गुरुद्वारों (Gurdwaras) और श्री गुरु ग्रंथ साहिब (Sri Guru Granth Sahib) के पवित्र स्वरूपों का अपमान न हो इसके लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी (Harjinder Singh Dhami) ने केंद्र सरकार (Central government) से बड़ी मांग की है। धामी ने गुरुवार को भारत सरकार से आग्रह किया कि वह ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध जैसे हालात के मद्देनजर वहां स्थित गुरुद्वारों और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उचित कदम उठाए।
गुरुवार को एसजीपीसी कार्यालय से जारी एक बयान में धामी ने इस बात पर जोर दिया कि सिख समुदाय के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के प्रति सर्वोच्च सम्मान है। लिहाजा, उनका सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करना समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ईरान और इजरायल में मौजूदा जंग की परिस्थितियों के कारण, वहां मौजूद गुरुद्वारों और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकारों की जिम्मेदारी है।
राजनयिक मंचों का उपयोग करे सरकार
उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार को अपने राजनयिक संबंधों और अंतरराष्ट्रीय मंचों का उपयोग करके ईरान और इजराइल की सरकारों के साथ बातचीत करनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गुरुद्वारों या श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को कोई नुकसान न पहुंचे और उनकी पवित्रता भी पूरी तरह से सुरक्षित बनी रहे।
ईरान और इजराइल में रहने वाले सिखों से भी अपील
धामी ने ईरान और इजराइल में रहने वाले सिखों से भी अपील की है कि वे स्थानीय अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों के साथ संपर्क में रहें ताकि गुरुद्वारों और पवित्र स्वरूपों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और उम्मीद करती है कि भारत सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर तुरंत और संवेदनशील तरीके से काम करेगी।
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