
मुंबई. उपराष्ट्रपति (Vice President) के लिए 9 सितंबर को चुनाव होने वाले हैं. एनडीए (NDA) ने सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को अपना उम्मीदवार बनाया है. विपक्षी इंडिया गठबंधन की ओर से बी. सुदर्शन रेड्डी (B. Sudarshan Reddy) को कैंडिडेट चुना गया. एनडीए के उम्मीदवार राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. ऐसे में महाराष्ट्र की राजनीति में इस चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ना लाजिम है.
एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार राधाकृष्णन को समर्थन देने से सीधे-सीधे मना कर दिया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे और शरद पवार को फोन करके समर्थन मांगा था.
शरद पवार ने कहा, ‘उनकी विचारधारा राधाकृष्णन से मेल नहीं खाती है. जब राधाकृष्णन झारखंड के राज्यपाल थे तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनसे मिलने राजभवन गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हेमंत ने अनुरोध किया था कि उन्हें राजभवन से गिरफ्तार न किया जाए. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. उनके अपील के बावजूद उन्हें राजभवन से गिरफ्तार कर लिया गया. सरकारी पद का दुरुपयोग किया गया. ऐसे में जो लोग लोकतंत्र में भरोसा नहीं रखते, उनका हम समर्थन नहीं कर सकते.’
उन्होंने आगे कहा, ‘संजय राउत से भी इस मामले को लेकर बातचीत हुई तो संजय ने बताया कि उद्धव ठाकरे से चर्चा हो चुकी है. मुझे लगता है कि उनका निर्णय भी एनसीपी (एसपी) से मले खाता है.’
चुनाव आयोग पर शरद पवार ने क्या कहा?
शरद पवार ने कहा कि चुनाव आयोग एक केंद्रीय और स्वतंत्र एजेंसी है, लेकिन उसने अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाई है. इसलिए हम चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध करेंगे. वोट चोरी के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जो बिहार में अभियान चलाया है, उसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. बिहार के लोग राजनीतिक मसलों को बेहतर रूप से समझते हैं, वह जागरूक हैं. इस मुद्दे को वह अच्छी तरह से समझेंगे.
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