
नई दिल्ली । पेट्रोल (Petrol) में इथेनॉल (Ethanol) मिलना चाहिए या नहीं और कितने स्तर तक मिलना चाहिए? इस बात को लेकर सोशल मीडिया (Social media) पर लगातार केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Transport Minister Nitin Gadkari) को ट्रोल किया जा रहा है। इस ट्रोलिंग और आरोपों की श्रृंखला के बीच केंद्रीय मंत्री को अपने विरोधी एनसीपी-एसपी के प्रमुख शरद पवार का साथ मिला है। पवार ने नितिन गडकरी का समर्थन करते हुए कहा कि सहकारिता आंदोलन में गडकरी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी नीतियों की वजह से किसानों को फायदा भी हुआ है।
मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि चीनी उद्योग केवल चीनी के उत्पादन पर ही निर्भर नहीं रह सकता। अगर गन्ना किसान को सशक्त बनाना है तो इसे सह-उत्पादन से भी जोड़ना होगा। इसमें हमें अल्कोहॉल और इथेनॉल जैसे अन्य उत्पादों के उत्पादन को भी बढ़ाने की तरफ देखना होगा। नितिन गडकरी ने इस मामले में जो नीतियां बनाई है, उससे निश्चित तौर पर किसानों को फायदा हुआ है और यह किसानों के हित में हैं।
आपको बता दें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शुरुआत से ही पेट्रोल-डीजल में इथेनॉल मिलाने का समर्थन करते रहे हैं। हालांकि हाल ही में इथेनॉल मिले पेट्रोल का इस्तेमाल करने पर कई गाड़ियों के मॉइलेज में समस्या आने की खबरें बड़ी हैं। इसके बाद ही सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। इतना ही नहीं इसमें उनके बेटे की कंपनी को भी घसीटते हुए कहा जाने लगा कि उनके बेटे की कंपनी इसी क्षेत्र में हैं। ऐसे में उन्होंने अपने बेटे को लाभ पहुंचाने के लिए इथेनॉल के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया। हालांकि गडकरी ने स्वयं ही इस पूरे मुद्दे पर सफाई दी थी।
मराठा आरक्षण पर भी बोले शरद पवार
एनसीपी-एसपी ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि सरकार ने हैदराबाद गजेटियर को करने का फैसला किया है और इस संबंध में एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) जारी किया है , हालांकि यह फैसला राज्य पर उल्टा पड़ रहा है। उन्होंने कहा “हैदराबाद गजट को लागू करने के फैसले के बाद अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग कर रहे बंजारा समुदाय समेत विभिन्न वर्गों ने अलग-अलग मांगें रखनी शुरू कर दी हैं और इससे समुदायों के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं।”
इसके अलावा पवार ने अत्यधिक बारिश से प्रभावित किसानों की दुर्दशा पर कहा कि लगभग 40 लाख एकड़ फसल बर्बाद हो गयी है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार से मिलकर प्रभावित किसानों के लिए तत्काल वित्तीय सहायता की मांग करेंगे। उन्होंने जोर दिया कि केंद्र और राज्य दोनों के पास आपदा प्रबंधन निधि उपलब्ध है तथा राहत प्रदान करने के लिए इसका तुरंत उपयोग किया जाना चाहिए।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved