
नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर(Jammu and Kashmir) के पहलगाम(Pahalgam) में हुए हालिया आतंकी हमले(Terrorist attacks) के बाद भारत(India) में जहां चिंता बढ़ी है, वहीं पाकिस्तान के अंदर भी सियासी तापमान चढ़ता दिख रहा है. इस्लामाबाद में प्रवासी पाकिस्तानियों के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने बलोच अलगाववादियों को धमकाते हुए कहा, “बलूचिस्तान पाकिस्तान के माथे का झूमर है, अगली 10 नस्लें भी इसे अलग नहीं कर पाएंगी.”
बलूच नेता अख्तर मेंगल का तीखा जवाब
लेकिन बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अख्तर मेंगल ने इस बयान का जोरदार और तीखा जवाब दिया है.
मेंगल ने कहा, “पाकिस्तानी सेना को 1971 की शर्मनाक हार और 90,000 सैनिकों के समर्पण को कभी नहीं भूलना चाहिए. सिर्फ उनके हथियार नहीं, उनकी पतलूनें भी आज तक वहीं टंगी हैं.”
उन्होंने कहा कि सेना बलोचों को 10 पीढ़ियों तक सज़ा देने की बात कर रही है, लेकिन सवाल ये है कि पाक सेना की कितनी पीढ़ियां बंगालियों से मिली उस ऐतिहासिक हार को याद रखती हैं?
75 साल से हम जुल्म झेल रहे हैं
Akhtar Mangal, former CM of Balochistan and member of Pakistan’s National Assembly responds to Pak Army Chief Asim Munir’s threat that 10 generations of Baloch will remember the punishment he is going to inflict on them.
Asks how many generations of Pakistani Army remember what… pic.twitter.com/KMzxHfNfWB
— Yusuf Unjhawala 🇮🇳 (@YusufDFI) May 4, 2025
अख्तर मेंगल ने आगे कहा कि बलोच जनता पिछले 75 वर्षों से पाकिस्तानी सेना और हुकूमत के जुल्मों को झेल रही है. “हम वो लोग हैं जो तुम्हारे हर जुर्म को याद रखते हैं, और हम तुम्हारी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.”
पाकिस्तान की सत्ता को खुली चेतावनी
अख्तर मेंगल की यह प्रतिक्रिया सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं, बल्कि पाकिस्तान के अंदरूनी फूट और सेना के दमनकारी रवैये की परतें उघाड़ने वाली है. ऐसे वक्त में जब भारत में आतंकी हमलों को लेकर पाकिस्तान पर उंगलियां उठ रही हैं, तब बलोच नेता की यह चेतावनी पाकिस्तानी सत्ता के लिए एक गहरी चुनौती बनकर उभरी है
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