
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर (World Famous Jyotirlinga Mahakal Temple) में 14 जुलाई से श्रावण मास (Shravan month) की शुरुआत होगी। देशभर से श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने उमड़ेंगे। मंदिर समिति ने ये निर्णय लिया है। महाकाल मंदिर में कोरोना काल (corona period) के दो साल बाद श्रावण महोत्सव होगा। महोत्सव अंतर्गत गीत-संगीत व नृत्य की कला त्रिवेणी से सजी पांच शामें रहेंगी। इसमें अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों के साथ स्थानीय कलाकार कला त्रिवेणी की प्रस्तुति देंगे।
समिति ने कलाकारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। कलाकारों को श्रावण महोत्सव में प्रस्तुति (Presentation in Shravan Festival) देने के लिए अपना बायोडाटा, पूर्व में दी गई प्रस्तुतियों की सीडी, मानदेय व साथी कलाकारों के व्यय आदि का ब्योरा देना होगा। समिति की ओर से बताया गया कि इस बार 14 जुलाई से श्रावण मास का आरंभ हो रहा है। श्रावणी पूर्णिमा पर 11 अगस्त को श्रावण का समापन होगा।
इस दौरान महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। मंदिर समिति ने आयोजन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। समिति ने कलाकारों से मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन तथा मंदिर कार्यालय में ऑफलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। गीत-संगीत व नृत्य की कला त्रिवेणी से सजी पांच शामें खास रहेंगी। जानकारी के अनुसार 17 जुलाई को प्रथम संध्या, 24 जुलाई को द्वितीय संध्या, तीसरी शाम 7 अगस्त को, चौथी शाम 14 अगस्त को तथा पांचवीं और अंतिम संध्या 21 अगस्त को होगी।
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