
नई दिल्ली । असम सरकार(Assam government) ने कहा है कि जाने-माने गायक जुबिन गर्ग(Singer Jubin Garg) की अस्थियां ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया(Online application process) के माध्यम से संगठनों(through media organizations) और व्यक्तियों को दी जाएंगी। राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने यह जानकारी दी। पेगू ने कहा कि गुवाहाटी के बाहरी इलाके कमरकुची में उस क्षेत्र को सुरक्षित करने का काम मंगलवार रात से ही शुरू हो गया, जहां दिन में उनकी चिता जलाई गई थी, जबकि स्मारक परिसर के लिए सीमांकन और चारदीवारी का काम भी जल्द ही शुरू होगा।
52 वर्षीय गायक जुबिन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में डूबने से मौत हो गई थी। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को कमरकुची में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। पिछले कुछ दिनों में लाखों लोगों ने गायक-संगीतकार को श्रद्धांजलि दी है।
कैसे वितरित होंगी गायक की अस्थियां?
कमरकुची स्मारक स्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए पेगू ने कहा, “असम सरकार एक सरल पोर्टल खोलेगी, जिसके माध्यम से संगठन और संस्थाएं अपने प्रिय कलाकार की अस्थियां प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकेंगी। सांस्कृतिक विभाग इसकी देखरेख करेगा।’’ वरिष्ठ मंत्री ने कहा, ‘‘संगठनों को अस्थियां देने के बाद यदि अस्थियां बचती हैं और व्यक्तिगत आवेदक भी हैं, तो विभाग उस पर गौर करेगा।’’
अस्थियों का एक हिस्सा जोरहाट ले जाया जाएगा
पेगू ने कहा कि, जैसा कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने घोषणा की थी, अस्थियों का एक हिस्सा जोरहाट ले जाया जाएगा, जहां से गर्ग का अंतिम संस्कार उस पूर्वी शहर में करने की मांग की गई थी, जहां उन्होंने अपने जीवन के प्रारंभिक वर्ष बिताये थे। उन्होंने कहा, “मृत्यु के तेरहवें दिन से जुड़े अनुष्ठान जोरहाट में किए जाएंगे। वहां एक स्मारक भी बनाया जाएगा, जिसके लिए स्थल का चयन जल्द ही किया जाएगा।”
एक पुलिस शिविर स्थापित किया जाएगा
मंत्री ने कहा कि कमरकुची स्थित स्मारक की चारदीवारी पूरी तरह से सीमांकन के बाद बनाई जाएगी। उन्होंने कहा, “चिता वाले स्थान को सुरक्षित कर लिया जाएगा। वहां पहले से ही अस्थायी बैरिकेड लगाए गए हैं और चिता स्थल की स्थायी चाहरदीवारी का काम शुरू हो जाएगा।’’ पेगू ने कहा कि सुरक्षा के लिए स्थल पर राज्य पुलिस का एक शिविर स्थापित किया जाएगा, जहां जनता लोकप्रिय गायक को श्रद्धांजलि दे सकेगी।
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