img-fluid

SIR विवाद के बीच चुनाव आयोग ने पूछे पांच सवाल, कहा- विदेशियों, घुसपैठियों का नाम हटना चाहिए या नहीं?

August 27, 2025

नई दिल्‍ली । बिहार (Bihar) में मतदाता सूची (Voter List) की विशेष गहन समीक्षा (SIR) को लेकर मचे शोर-शराबे के बीच चुनाव आयोग (election Commission) ने मंगलवार को जनता की अदालत (court) का रुख करते हुए देश के हरेक नागरिक से पांच सवाल पूछे हैं और विशेष पुनरीक्षण कार्य में सहयोग मांगा है। आयोग की तरफ से जारी किए गए इन सवालों का मकसद मतदाता सूची को शुद्ध, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाना है, ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित किए जा सकें। आयोग ने लोगों से कहा है कि अगर वे आयोग के सवालों से सहमत हैं तो इस विशेष पुनरीक्षण कार्य में सहयोग करें।

आयोग ने जो पांच अहम सवाल हरेक मतदाता से पूछे हैं, वो इस प्रकार हैं:
1. क्या मतदाता सूची की गहन जाँच होनी चाहिए या नहीं?
2. क्या दिवंगत लोगों के नाम हटाए जाने चाहिए या नहीं?
3. अगर किसी का नाम मतदाता सूची में दो या अधिक स्थानों पर है, तो क्या उसे केवल एक ही स्थान पर रखा जाना चाहिए या नहीं?
4. क्या उन लोगों के नाम हटाए जाने चाहिए जो दूसरी जगह चले गए हैं?
5. क्या विदेशियों के नाम हटाए जाने चाहिए या नहीं?


आयोग का साथ देने का आह्वान
आयोग ने कहा है कि अगर आपका उत्तर “हाँ” है, तो मतदाता सूची को शुद्ध करने के इस कठिन कार्य में चुनाव आयोग की सफलता में योगदान दें। इस बीच, चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने और चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए पिछले छह महीने में सभी दलों के साथ संवाद की नयी व्यवस्था के साथ 28 ठोस कदम उठाए गए हैं जिससे बिहार में सूची की सफाई का काम सहज ढंग से चल रहा है।

राजनीतिक दलों के साथ 4719 बैठकें
आयोग ने पिछले छह महीने से राजनीतिक दलों के साथ उप-मंडल, जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक दलों के साथ व्यवस्थित बैठक का कार्यक्रम चलाया है। मार्च में सभी राज्यों में उप-मंडल पर मतदाता-पंजीयन अधिकारियों (ईआरओ) से लेकर राज्य स्तर पर मुख्य चुनाव अधिकारियों ने राजनीतिक दलों के साथ 4719 बैठकें आयोजित की । इनमें विभिन्न दलों के कुल 28,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें 40 बैठकें मुख्य चुनाव अधिकारियों ने, 800 जिला निर्वाचन अधिकारियों और 3879 मतदाता पंजीयन ने ली थी।

महज 10 दावे और आपत्तियां ही मिलीं
आयोग ने यह भी कहा है कि 25 अगस्त की सुबह तक सभी राजनीतिक दलों से प्रारूप नामावली से जुड़े महज 10 दावे और आपत्तियां ही आयोग को प्राप्त हुई हैं। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि सभी 10 दावे और आपत्ति क्षेत्रीय पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सवादी- लेनिनवादी) के बीएलओ के माध्यम से प्राप्त हुई हैं। आयोग के सूत्रों ने कहा कि आपत्तियों के निष्पादन की प्रक्रिया जारी है। आयोग ने सकी जानकारी सुप्रीम कोर्ट को भी दी है। आयोग ने ये भी कहा है कि बिहार में SIR के तहत मतदाता सूची के संशोधन में लोगों के नाम हटाने और योग्य मतदाताओं के नाम शामिल करने का आवेदन देने के लिए सिर्फ पांच दिन बचे हैं लेकिन राजनीतिक दल आपत्तियां दर्ज कराने में नदारद रहे हैं।

Share:

  • मुस्लिम युवक की किडनी लेने से प्रेमानंद महाराज ने किया इनकार, जानें क्या कहा

    Wed Aug 27 , 2025
    नई दिल्‍ली । मध्यप्रदेश(Madhya Pradesh) के इटारसी (Itarsi)के एक मुस्लिम युवक आरिफ(muslim youth arif) ने वृंदावन(Vrindavan) के संत प्रेमानंद जी महाराज(Saint Premananda Ji Maharaj) को अपनी किडनी देने का ऑफर(offer to donate kidney) दिया था। स्थानीय कलेक्टर को औपचारिक रूप से पत्र लिखकर उसने अपनी मंशा जाहिर की थी। हालांकि, संत ने लेने से इनकार […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved