
नई दिल्ली: वैगनर ग्रुप के विद्रोह के बाद मॉस्को में हालात बेकाबू हो गए थे. ऐसे में मॉस्को में आपातकाल घोषित कर दिया गया है. शहर में आतंकवाद-विरोधी शासन लागू कर दिया गया था लेकिन अब इसे हटा लिया गया है. मॉस्को में हालात पहले की तरह अब सामान्य हो गए हैं.
मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने अपने टेलीग्राम अकाउंट पर घोषणा की कि संकट के दौरान मस्कोवियों ने शांति और धैर्य बनाए रखा, इसके लिए वे धन्यवाद पात्र हैं. गौरतलब है कि वैगनर ग्रुप के विद्रोह के दौरान मॉस्को के मेयर ने कहा था कि सोमवार को नॉन-वर्किंग डे रहेगा. शहर की सभी सेवाएं हाई अलर्ट पर रहेंगी. लोगों से अनुरोध किया गया था कि वे अपने घर में ही रहें. अनावश्यक रूप से यात्रा न करें. लेकिन अब ऐसा नहीं है. शहर के हालात सामन्य हो गए हैं. विद्रोही वैगनर ग्रुप और सरकार के बीच समझौता हो चुका है.
वैनगर आर्मी ने मॉस्को की ओर किया था कूच
मालूम हो कि रूस की ओर से यूक्रेन में लड़ाई लड़ने वाले वैगनर ग्रुप ने रूसी सत्ता के खिलाफ ही विद्रोह कर दिया था. वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने अपने हजारों लड़ाकों के साथ कल, 24 जून को रूस की राजधानी मॉस्को की ओर कूच किया था. लेकिन अब मामला शांत हो गया है. समझौते के बाद से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और वैनगर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन नजर नहीं आये हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मास्को सहित पूरे रूस में सन्नाटा छाया हुआ है.
सरकार को करना पड़ा समझौता
बताते चलें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को प्राइवेट आर्मी ‘वैगनर ग्रुप’ के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन द्वारा सशस्त्र विद्रोह की घोषणा को ‘विश्वासघात’ और रूस की ‘पीठ में छुरा घोंपने’ वाला कदम करार दिया था. इसके साथ ही पुतिन ने कहा था कि बगावत की साजिश रचने वालों को कठोर सजा दी जाएगी. लेकिन अब सरकार ने विद्रोहियों से समझौता कर लिया है.
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