
नागपुर. नागपुर (Nagpur) में सोमवार रात हुई हिंसा (violence) के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन शहर के कई संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू अब भी जारी है। पुलिस आयुक्त (Police Commissioner) रवींद्र कुमार सिंगल (Ravindra Kumar Singal) ने बताया कि स्थिति की समीक्षा दोपहर में की जाएगी।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में 2,000 से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसी तरह, त्वरित प्रतिक्रिया दल और दंगा नियंत्रण पुलिस को एक डीसीपी-रैंक अधिकारी के नेतृत्व में गश्त पर तैनात किया गया है।
सोमवार को नागपुर के मध्य स्थित महल इलाके के चित्रनीस पार्क में हिंसा भड़क उठी थी। अफवाह फैली थी कि एक समुदाय की पवित्र पुस्तक को जलाया गया है। इसे छत्रपति संभाजीनगर जिले में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रहे एक दक्षिणपंथी संगठन के विरोध के दौरान हुआ। इस हिंसा में पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें 34 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इन इलाकों में कर्फ्यू जारी
इसके बाद शहर के संवेदनशील इलाकों में लोगों और वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया। पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, वर्तमान में कर्फ्यू कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पांचपावली, शांत नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थानों के तहत आने वाले इलाकों में लागू है।
पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि कर्फ्यू के दौरान संबंधित क्षेत्रों के डीसीपी ही सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर निर्णय लेंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात हुई हिंसा में 12 पुलिसकर्मी, जिनमें 3 डीसीपी शामिल हैं, घायल हुए हैं। अब तक पत्थरबाजी और आगजनी के मामले में करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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