
अमृतसर । भारत सरकार (Government of India) ने पाकिस्तान बॉर्डर (pakistan border) से होने वाली तस्करी और घुसपैठ (smuggling and infiltration) पर अंकुश लगाने के लिए सीमा पर लगी पारंपरिक फेंसिंग को बदलकर उसकी जगह स्मार्ट फेंसिंग (Smart Fencing) लगाने को मंजूरी दे दी है। अमृतसर में बॉर्डर पर इस फेंसिंग को लगाने का काम भी शुरू हो चुका है। जानकारी के अनुसार फिलहाल जो फेंसिंग लगी हुई है, उससे पहले नई फेंसिंग के तहत पहले चार फुट की कंक्रीट की दीवार बनाई जाएगी।
इस दीवार के ऊपर लोहे के एंगल लगाकर उनमें कंटीले तारों के बजाय लोहे की पट्टी लगाई जाएगी जिसे काटना और उसके से निकलना नामुमकिन होगा। गौरतलब है कि पंजाब बॉर्डर बैल्ट पर फैले रहे नशे को रोकने के लिए राज्यपाल ने अपने दौरे पर लोगों से समाधान के बारे में पूछा था।
लोगों ने कहा था कि ऐसी फेंसिंग लगाई जाए, जिसमें से पाइप डालकर हेरोइन व अन्य तरह के नशे की तस्करी पर नकेल कसी जा सके। ऐसे ही सुझावों पर संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार ने स्मार्ट फेंसिंग लगाने का फैसला लिया है। भारत की पाकिस्तान के साथ 3310 किलोमीटर की सीमा लगती है जिसमें से 547 किलोमीटर पंजाब की सीमा है। अभी सरकार ने स्मार्ट फैंसिंग लागाने अभियान पंजाब से ही शुरू किया है।
फेंसिंग पर लगेंगे सीसीटीवी, एंटी ड्रोन सिस्टम
जानकारी के अनुसार स्मार्ट फैंसिग के ऊपर एचडी सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था के साथ-साथ एंटी ड्रोन सेंसर भी स्थापित किए जाएंगे ताकि घुसपैठ और ड्रोन के जरिये की जा रही हथियारों की तस्करी को रोकने में मदद मिल सके। इसके साथ ही स्मार्ट फैंसिंग पर रात के समय करंट चलाने की भी व्यवस्था भी की जाएगी। इसके साथ ही अभी लगी हुई फेंसिंग के मुकाबले यह फेंसिंग तीन से चार फीट ऊंची होगी ताकि पाकिस्तान से तस्कर हेरोइन के पैकेट न फेंक सकें।
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