
नई दिल्ली । पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने अनुकूल स्थिति के चलते केरल के वायनाड (Wayanad) से चुनाव लड़ने का फैसला किया था। खास बात है कि ईरानी ने राहुल को 2019 में उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट (Amethi) से हराया था, लेकिन 2024 में उन्हें सीट से हार का सामना करना पड़ा।
मीडिया से बातचीत में जब ईरानी से पूछा गया कि वह अब राहुल गांधी को लेकर आक्रामक क्यों नहीं हैं, तो इसपर उन्होंने कहा, ‘क्योंकि गांधी परिवार ने 2024 में मुझसे लड़ने से इनकार कर दिया था।’ उन्होंने कहा कि 2024 में अमेठी से गांधी के चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बाद कोई राजनीतिक जंग नहीं बची। उन्होंने कहा, ‘अगर वह युद्ध के मैदान में कदम भी नहीं रख रहे हैं, तो मैं क्या कहूं? मैं उनके पीछे नहीं पड़ सकती।’
उन्होंने कहा, ‘कोई भी समझदार नेता उस सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहेगा, जहां से उसकी हार निश्चित हो।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन अगर ऐसी कोई सीट दी जाती है, तो यह पार्टी के प्रति फिर कर्तव्य होता है। लेकिन 2019 में मैंने असंभव को संभव कर दिखाया था।’
जब सवाल किया गया कि अगर राहुल गांधी चुनाव में खड़े होते, तो क्या वह 2024 में उन्हें हरा देतीं। इस पर ईरानी ने कहा, ‘बिल्कुल, इसलिए उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा।’ उन्होंने अमेठी से हार पर भी दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा, ‘अगर मैंने काम नहीं किया होता और लोग कहते कि मैंने अपने वादे नहीं निभाए, तो मुझे ज्यादा दुख होता। लेकिन मैं जो कर सकती थी मैंने किया।’
क्यों हुई हार
इस पर ईरानी ने कहा, ‘काम और राजनीतिक समीकरण में अंतर होता है। जो राजनीति में हैं, वो इसे समझ सकते हैं। चुनावी राजनीति देश सेवा जैसी नहीं होती।’
रिटायरमेंट पर क्या बोलीं
मीडिया से बातचीत में उन्होंने साफ किया है कि टीवी पर लौटने का यह मतलब नहीं है कि वह राजनीति से रिटायर हो रही हैं। उन्होंने कहा, ‘कौन 49 में रिटायर होता है। 49 में अधिकांश लोगों के करियर शुरू होते हैं और मैं पहले ही तीन बार संसद की सदस्य रह चुकी हूं।’
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