
इन्दौर। कलेक्टर आशीष सिंह ने बिना हेलमेट धारण किए चलने वाले दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल प्रदान नहीं किए जाने के संबंध में आदेश जारी किए थे। आज से उसका पालन शुरू किया गया है। सुबह से कई दोपहिया वाहन चालक पेट्रोल पंपों से बिना पेट्रोल दिए रवाना किए गए। इसका सख्ती से पालन करवाने के आदेश हैं। सभी पेट्रोल पंप पर इसके नियम और नो हेलमेट नो फ्यूल के बोर्ड भी चस्पा किए गए हैं। आदेश 29 सितंबर तक प्रभावशील रहेगा।

सोशल मीडिया पर तगड़े विरोध के बीच आज सुबह से लागू आदेश के बाद कई पेट्रोल पंपों का नजारा देखने लायक था। कोई कतार से अलग हटकर इस उम्मीद में खड़ा था कि शायद भीड़ कम होने या वाहन नहीं होने पर उन्हें पेट्रोल मिल जाए तो कई वाहन चालकों ने सडक़ से गुजरते हेलमेट लगाए दूसरे वाहन चालकों को इशारा कर रोका और हेलमेट लेकर पेट्रोल डलवाया। कई दोपहिया चालकों ने दूसरे दोपहिया चालकों से हेलमेट वहीं हाथोहाथ लेकर लगाया और काम पर जल्दी जाने का हवाला देते हुए पेट्रोल डलवाया। बिना हेलमेट पेट्रोल देने की जिद करने वाले चालकों के सामने पेट्रोल पंप वाले हाथ जोड़ते भी नजर आए।

आकस्मिक निरीक्षण के लिए दिए आदेश
आदेश का पालन करवाने के लिए कार्यपालिक दंडाधिकारियों को उनके अनुभाग क्षेत्र में पेट्रोल पंपों का आकस्मिक निरीक्षण और पालन न होते पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं। जूनी इंदौर के लिए एसडीएम प्रदीप सोनी और तहसीलदार प्रीति भिसे, मल्हारगंज के लिए एसडीएम डॉ. निधि वर्मा और प्रभारी तहसीलदार नारायण नांदेड़ा, राऊ के लिए एसडीएम गोपालसिंह वर्मा और प्रभारी तहसीलदार याचना दीक्षित को, कनाडिय़ा के लिए एसडीएम ओमनारायणसिंह बडक़ुल और प्रभारी तहसीलदार शेखर चौधरी, बिचौली हप्सी के लिए एसडीएम अजयभूषण शुक्ला और प्रभारी तहसीलदार बलवीरसिंह राजपूत, खुड़ैल के लिए एसडीएम नीरज खरे और प्रभारी तहसीलदार अंकिता वाजपेयी, हातोद के लिए एसडीएम रवि वर्मा और प्रभारी तहसीलदार योगेश मेश्राम, देपालपुर के लिए एसडीएम राकेशमोहन त्रिपाठी और तहसीलदार लोकेश आहूजा, डॉ. आंबेडकर नगर महू के लिए एसडीएम राकेश परमार और नायब तहसीलदार विवेककुमार सोनी, सांवेर के लिए एसडीएम घनश्याम धनगर और प्रभारी तहसीलदार पूनम तोमर को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

नगर निगम के बाहर कोई सूचना नहीं
इस आदेश को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है कि सभी शासकीय कार्यालयों में बिना हेलमेट प्रवेश पर पाबंदी लगाई जाए। उन्होंने इस पहल को सडक़ सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। हालांकि नगर निगम के बाहर अब तक ऐसा कोई बोर्ड लगा नजर नहीं आया। बताते हैं कि निगम में ये पहले से लागू है, लेकिन अधिकतर लोग हेलमेट लगाने की जहमत नहीं उठाते।
सख्त हिदायत… चालानी और प्रशासनिक दोनों कार्रवाई
यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपनी टीम को सख्य हिदायत दी है कि कोई भी दोपहिया बिना हेलमेट के नहीं चलाएंगे। अगर कोई भी बिना हेलमेट दोपहिया चलाते पाए जाते हैं तो उन पर चालानी के साथ ही प्रशासनिक कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही कुछ टीमें संबंधित बीट में घूमकर पेट्रोल पंपों पर नजर भी रखेंगी।
कई ने जमकर कोसा आदेश को
सुबह-सुबह अस्पताल, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर और जल्दी काम पर जाने वाली महिलाएं और युवतियां सबसे ज्यादा परेशान नजर आईं। उन्होंने पेट्रोल पंप पर काम करने वालों से कहा कि वे पहुंचने में लेट हो जाएंगी, उन्हें पेट्रोल दें, लेकिन नहीं सुनी जाने पर वे सडक़ पर हेलमेट लगाए चालकों को रोककर हेलमेट मांगती नजर आईं। उन्होंने इस आदेश को जमकर कोसा और कहा कि शहर की सडक़ें और यातायात सुधारने के बजाय इस तरह के आदेश निकाले जा रहे हैं, जो केवल जनता को परेशान कर रहे हैं।
आरटीओ में 10 के बने चालान
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय इंदौर में मुख्य गेट पर आरटीओ प्रदीप शर्मा ने सबसे पहले ‘नो हेलमेट-नो इंट्री’ का बोर्ड चस्पा किया था। कल यहां आने वाले शासकीय अधिकारी, कर्मचारी और आवेदकों की चेकिंग की गई। 10 वाहन चालकों के चालान बनाए गए।
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