फेसबुक से दक्षिण अमेरिका के सूरीनाम पहुँचा निमाड़ का सेवफल
करीब एक साल पहले अपने सेवफल के पौधों से सुर्खलाल रंग के फल आये तो सुरेंद्र ने उत्साहित होकर फोटो फेसबुक पर पोस्ट कर दिया। उनकी पोस्ट को दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के सूरीनाम देश में रहने वाले भारतीय मूल के नागरिक ने पसन्द करने के बाद उनकी सराहना की। तब से सुरेंद्र ने ठान लिया कि किसी न किसी दिन निमाड़ का अपना एप्पल भी होगा। जिसकी खेती भी होगी और बाजार में पसंद भी किया जाएगा।
मूल रूप से गन्ने की खेती करने वाले किसान सुरेंद्र 6 एकड़ में गन्ने की खेती करते हैं। गन्ने में बड़ी संख्या में नरवाई निकलती है, जिसे किसान जला देते हैं। लेकिन सुरेंद्र ने अलग तरीका अपनाया है। वे गन्ने के ठूठ बच जाते है और अगर गन्ने की दूसरी फसल लेना है तो गन्ना कटने के बाद बेड (गन्ने की बेड) के दोनों ओर कल्टीवेटर से जड़े खोल लेते हैं। इससे मिट्टी ऊपर हो जाती है और दूसरी ओर मिट्टी नरवाई पर चढ़ जाती है। फिर दो से तीन बार सिंचाई और रोटावेटर चला देते है। गन्ना पकने से पहले जैविक खाद खेत में ही तैयार हो जाती है।
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