
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) Bharatiya Janata Party(BJP) में अध्यक्ष पद के बदलाव की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं। इसका मुख्य कारण अगले महीने राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) (Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS)) की 5 से 7 सितंबर तक चलने वाली तीन दिवसीय समन्वय बैठक है। सूत्रों के मुताबिक, इस महत्वपूर्ण बैठक में नए बीजेपी अध्यक्ष के नाम पर विचार-विमर्श हो सकता है। इस बैठक में आरएसएस और बीजेपी के शीर्ष नेता शामिल होंगे। आरएसएस की ओर से प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, सह सरकार्यवाह, राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य और सभी समन्वयक उपस्थित रहेंगे।
बीजेपी से अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीएल संतोष, सुनील बंसल, सौदान सिंह, शिवप्रकाश और वी सतीश जैसे बड़े नेता भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त, आरएसएस से जुड़े 32 संगठनों, जैसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, स्वदेशी जागरण मंच, वनवासी कल्याण और सेवा समिति के प्रमुख प्रतिनिधि भी अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
यह बैठक समकालीन मुद्दों पर भी केंद्रित होगी, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति और आरएसएस के शताब्दी वर्ष कार्यक्रमों की तैयारियां शामिल हैं। पिछले वर्ष यह बैठक केरल के पलक्कड़ में सितंबर 2024 में आयोजित की गई थी।
भाजपा अध्यक्ष बनने के लिए क्या है योग्यता?
बीजेपी अध्यक्ष बनने के लिए व्यक्ति को कम से कम 15 वर्षों से पार्टी से जुड़ा होना अनिवार्य है। अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है, और कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक इस पद पर नहीं रह सकता। आधे राज्यों में अध्यक्षों के चुनाव के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होती है।
कैसे होता है भाजपा अध्यक्ष का चयन?
अध्यक्ष का चयन सहमति या चुनाव के माध्यम से होता है, और अंतिम निर्णय केंद्रीय समिति करती है। बीजेपी में ‘एक व्यक्ति-एक पद’ का सिद्धांत लागू है।
भाजपा अध्यक्ष की रेस में शामिल है कौन-कौन से नाम
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में कई बड़े नाम शामिल हैं।
शिवराज सिंह चौहान
मनोहर लाल खट्टर
धर्मेंद्र प्रधान
सुनील बंसल
जी. किशन रेड्डी
बी.एल. संतोष
कौन सी महिला नेताओं का नाम इस रेस में है शामिल?
भाजपा को पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने की भी चर्चा है। इस दौड़ में निर्मला सीतारमण का नाम प्रमुख हैं।
इनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और आंध्र प्रदेश भाजपा की अध्यक्ष रहीं डी. पुरंदेश्वरी भी प्रमुख दावेदार हैं।
तमिलनाडु की विधायक और महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानति श्रीनिवासन भी संभावित नामों में शामिल हैं। वे पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की पहली तमिल महिला सदस्य भी हैं।
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