
नई दिल्ली। जासूसी (Espionage) के आरोप में पकड़ी गई हरियाणा के हिसार की ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) को लेकर अब तरह तरह के खुलासे हो रहे हैं। कोर्ट ने शनिवार को ही उसे पांच दिन की पुलिस कस्टडी (Police Custody) में भेजा और माना जा रहा था कि पूछताछ में कई तरह के खुलासे होंगे। इस कड़ी में अब एक नई बात सामने आ रही है। एसपी हिसार शशांक कुमार सावन ने बताया कि पाकिस्तान उसे एक एसेट की तरह विकसित कर रहा था।
इसके अलावा ज्योति प्रायोजित यात्राओं पर पाकिस्तान जाती थी। वह पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी। पूछताछ में पता चला है कि उसके साथ कुछ और लोग भी शामिल थे, जिसके बारे में पता किया जा रहा है। तीन बार पाकिस्तान जा चुकी ज्योति को पहलगाम आतंकी घटना और ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी आईबी ने संदिग्धों की सूची में शामिल किया था। देश की खुफिया सूचनाएं साझा करने का इनपुट मिलने के बाद से ज्योति के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट ट्रैस किए जा रहे थे।
हिसार के डीएसपी कमलजीत ने बताया कि न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन कॉलोनी निवासी ज्योति ट्रैवल विद जो नाम से यू-ट्यूब चैनल चलाती है। जांच में पता चला है कि वह 2023 में वीजा लगवाने के लिए पाकिस्तान हाई कमीशन गई थी। वहां उसकी मुलाकात एहसान उर रहीम उर्फ दानिश से हुई। इसके बाद उसने दानिश से फोन पर संपर्क शुरू कर दिया और तीन बार पाकिस्तान की यात्रा की।
पाकिस्तान में दानिश के कहने पर उसके जानकार अली अहवान से मिली। अली अहवान ने ज्योति के ठहरने व घूमने का प्रबंध करने के साथ उसकी मुलाकात पाकिस्तानी इंटेलीजेंस के अधिकारियों से कराई। ज्योति ने पुलिस को बताया कि दानिश के कहने पर वह पाकिस्तानी इंटेलीजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के शाकिर उर्फ राणा शाहबाज से मिली और उसका मोबाइल नंबर भी लिया।
डीएसपी ने बताया कि किसी को पता नहीं चले इसलिए ज्योति ने शाकिर का फोन नंबर अपने मोबाइल में जट रंधावा नाम से सेव किया। भारत आने के बाद वह शाकिर सहित अन्य से व्हाटसएप, स्नैप चैट, टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क में रहने लगी और देश विरोधी सूचनाएं उन तक पहुंचाने लगी। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने दानिश को जासूसी के आरोप में वांछित घोषित कर रखा है।
आईबी से इनपुट मिलने के बाद हिसार पुलिस ने ज्योति के सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखनी शुरू कर दी। उसके वीडियो, फोन कॉल भी खंगाले गए। शुक्रवार रात करीब दो बजे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार ज्योति ने भारतीय सैन्य ठिकानों से संबंधित संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजी। पाकिस्तानी एजेंसियों ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने के लिए सक्रिय रूप से ज्योति का इस्तेमाल किया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ज्योति के पीआईओ के एक व्यक्ति के साथ नजदीकी संबंध हैं। ज्योति ने पाकिस्तान के अलावा इंडोनेशिया के बाली की भी यात्रा कर चुकी है।
ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने कहा कि उनकी बेटी बेकसूर है। वह पाकिस्तान गई थी, लेकिन उसने कोई गलत काम नहीं किया। वह पाकिस्तान सरकार से वीजा लेकर गई थी। उनकी बेटी को फंसाया जा रहा है। उनके घर कभी कोई पाकिस्तानी नहीं आया। न ही कभी किसी पाकिस्तानी ने फोन किया।
ज्योति मल्होत्रा ने 22 अक्टूबर 2018 को अपना पासपोर्ट बनवाया था। इसके बाद भी वह जॉब करती रही। करीब तीन साल पहले ट्रैवल विद जो नाम से यूट्यूब चैनल बनाया और वीडियो बनाने लगी। शुरुआत में व्यूज ज्यादा नहीं आते थे। इसके चलते ट्रैवल ब्लॉगिंग करना शुरू कर दिया। इसी कड़ी में वह दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आई और जासूसी करने के जाल में फंस गई।
बता दें कि हिसार पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें यूटयूबर ज्योति मल्होत्रा तथा उसके पांच साथी शामिल हैं। ज्योति को हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया है। ज्योति ट्रैवल विद जो नाम से अपना यू ट्यूब चैनल चलाती है।
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