
उज्जैन। पेपरलेस बिल व्यवस्था शुरु होने के बाद सभी झोनों में करीब-करीब मीटर रीडिंग लेना भी बंद हो गई है। ऐसे में उपभोक्ताओं को मिल रहे मैसेज में महीने की यूनिट खपत का पता नहीं चल पा रहा। पुराने जुड़कर आ रहे बकाया राशि के सुधार के लिए भी मुख्यालय भेजा जा रहा है।
वैसे तो विद्युत वितरण कंपनी पिछले 3 साल से घरों में स्मार्ट मीटर लगवा रही है। बावजूद इसके अभी भी आधे से ज्यादा उपभोक्ताओं के यहाँ स्मार्ट मीटर लगना शेष है। इधर वर्तमान माह से विद्युत वितरण कंपनी ने सभी झोन क्षेत्रों में पेपरलेस बिल व्यवस्था शुरु कर दी है। नई व्यवस्था में उपभोक्ताओं के मोबाइल पर बिल की राशि के मैसेज भेजे जा रहे हैं। इसमें चालू माह का बिल कितने यूनिट का है तथा इसमें पिछला बकाया आदि कितना जोड़ा गया है। इसका विवरण उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रहा। दूसरी समस्या यह है कि पेपरलेस बिल व्यवस्था आरंभ होने के बाद से कार्तिक मेला झोन क्षेत्र में उपभोक्ताओं के घर जहाँ अभी स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं, वहाँ भी मीटर रीडिंग बंद कर दी गई है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved