
इंदौर में तीन दिन तक साहित्यकारों का जमावड़ा होगा, अहिल्या पर्व के रूप में मनेगा
इन्दौर। आरएसएस (RSS) से जुड़े विश्व संवाद केंद्र (Vishwa Samvad Kendra) के नर्मदा साहित्य मंथन (Narmada Literature Manthan ) में संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश सोनी (suresh soni) आएंगे। वैचारिक जागरूकता और प्रेरणा को लेकर यह आयोजन किया जाता है, जिसे इस बार अहिल्या पर्व के रूप में मनाया जा रहा है।
यह आयोजन हर साल किया जाता है। इसका उद्देश्य जीवन के विभिन्न पक्षों पर विचार-मंथन कर समाज को वैचारिक रूप से जागरूक करना है। यह आयोजन युवाओं को राष्ट्र निर्माण और समाज सुधार में उनकी भूमिका को लेकर प्रेरित करेगा। साथ ही लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के कृतित्व, पर्यावरणीय जागरूकता और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी एक माध्यम होगा। यूनिवर्सिटी सभागृह में 31 जनवरी से होने वाला यह आयोजन 2 फरवरी को समाप्त होगा। पहले दिन उद्घाटन सत्र में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश सोनी खंडन-मंडन भारतीय परंपरा विषय पर उद्बोधन देंगे। इसी दिन श्याम मानावत विश्व कल्याण में रामराज्य की भूमिका और भारती ठाकुर अहिल्याबाई होलकर के महान कार्यों और उनके योगदान पर प्रकाश डालेंगी। इस दिन क्षमा कौल हिंदू विस्थापन की पीड़ा पर विचार व्यक्त करेंगी। नर्मदा साहित्य मंथन के संयोजक श्रीरंग पेंढारकर ने बताया कि तीन दिवसीय इस आयोजन में अमन अक्षर, साक्षी, शिवांगी प्रेरणा से विकास दवे परिसंवाद करेंगे। दूसरे दिन क्षिप्रा पाठक, माधवेंद्रसिंह, गुरुप्रकाश पासवान, उदय माहुरकर, पवन विजय अलग-अलग विषय पर संबोधित करेंगे। तीसरे दिन जयदीप कर्णिक और अमिताभ अग्निहोत्री ‘पत्रकारिता के भारतीय तत्व’ विषय पर चर्चा करेंगे। अशोक जमनानी ‘नर्मदा परिक्रमा’ के सांस्कृतिक व पर्यावरणीय महत्व पर विचार रखेंगे। कार्यक्रम में निमाड़ के पद्मश्री उपन्यासकार जगदीश जोशीला का अभिनंदन भी किया जाएगा।