
पटना। लालू प्रसाद (lalu Prasad)के बड़े बेटे और आरजेडी नेता तेज प्रताप (RJD leader Tej Pratap) के द्वारा लालू को बंधक बनाए जाने वाले बयान के बाद से बिहार की सियासत गरमा गई है। रविवार को जहां जेडीयू ने तेजस्वी (JDU Tejasvee) पर तंज कसा था वहीं अब भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने ट्वीट (Tweet) कर लालू प्रसाद को बंधक बनाए जाने के आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि सत्ता और सम्पत्ति के लिए किसी ने पिता को जेल में डाला, तो किसी ने भाई की हत्या करा दी। जब किसी राजा-बादशाह, राजकुमार के साथ कुछ भी हो सकता है, तो राजद में भी अनहोनी हो सकती है। लालू परिवार में छिड़े पावर वार को देखते हुए तेजप्रताप यादव की बात को हल्के में नहीं लिया जा सकता। कहा कि लालू प्रसाद की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। पता किया जाना चाहिए कि कौन लोग उन्हें पटना आने और समर्थकों से प्रत्यक्ष संवाद करने से रोक रहे हैं?
रविवार को जेडीयू ने कसा था तंज
जेडीयू नेता नीरज कुमार ने रविवार को कहा था कि लालू प्रसाद से हमारा वैचारिक और राजनीतिक मतभेद है, लेकिन लालू प्रसाद को बंधक बनाकर रखना गंभीर मामला है। नीरज ने तेज प्रताप का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी शैक्षणिक योग्यता तेजस्वी से ज्यादा है, लेकिन उन्हें लालू की विरासत पाने में दिक्कत आ रही है इसी वजह से वे अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से खफा हैं। नीरज कुमार ने कहा कि तेजप्रताप को राजनीतिक वारिस बनने में मुश्किल हो रही है तो ऐसे हालात में कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना का खेल चलता रहेगा।
तेजस्वी ने भी किया था पलटवार
तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद का व्यक्तित्व इस प्रकार का है कि उन्हें कोई भी बंधक बनाकर नहीं रख सकता है। तेजस्वी ने कहा कि लालू जी लंबे समय तक बिहार के सीएम रहे। उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार भी करवाया। ये चीजें उनके कद से मेल नहीं खातीं। वहीं जेडीयू ने भी अब तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कई सवाल दागे हैं।
जानिए क्या है मामला
तेज प्रताप का आरोप है कि कुछ नेताओं ने उनके पिता लालू प्रसाद को बंधक बनाकर रखा है। हालांकि, उन्होंने तेजस्वी का नाम तो नहीं लिया, इशारों-इशारों में उन्होंने बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा कि चार-पांच राजद प्रमुख को पटना आने नहीं दे रहे हैं। जेल से निकले करीब साल भर हो गए, लेकिन अभी तक उन्हें एक बार भी पटना नहीं आने दिया गया है। उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है।
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