
शिलांग। मेघालय-बांग्लादेश सीमा (Meghalaya-Bangladesh border) पर अचानक बढ़ी संदिग्ध गतिविधियों और घुसपैठ (Suspicious Activities and Intrusions) की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगा दिया है। जीरो लाइन के आसपास बढ़ती हलचल, तस्करी और प्रतिबंधित संगठनों की सक्रियता को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह नाइट कर्फ्यू तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है और अंतरराष्ट्रीय सीमा की ‘जीरो लाइन’ से एक किलोमीटर के दायरे में अगले दो महीनों तक रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा।
दरअसल, मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में अवैध प्रवासियों और प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के सदस्यों की घुसपैठ की बढ़ती चिंताओं के बीच मंगलवार को भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे क्षेत्रों में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। जिला मजिस्ट्रेट आरएम कुर्बाह ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा के कुछ हिस्से छिद्रपूर्ण हैं तथा अवैध प्रवासी, प्रतिबंधित आतंकी समूहों के सदस्य, तस्कर और देश-विरोधी तत्वों के संगठित अपराधी नेटवर्क द्वारा घुसपैठ के लिए बेहद संवेदनशील हैं।
आदेश में कहा गया है कि ऐसे तत्व रात के समय जीरो लाइन के निकट बड़ी संख्या में एकत्र होकर ऐसी गतिविधियां कर सकते हैं जिनसे जिले की शांति और सौहार्द भंग होने का खतरा है। इसलिए कर्फ्यू अवधि में बांग्लादेश में प्रवेश या भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
साथ ही, पांच या इससे अधिक व्यक्तियों का गैर-कानूनी जमावड़ा, किसी हथियार या हथियार के रूप में इस्तेमाल हो सकने वाली वस्तु को साथ रखना तथा मवेशी, प्रतिबंधित सामान, सुपारी, पान का पत्ता, सूखी मछली, सिगरेट और चाय पत्ती आदि की तस्करी सहित सभी अवैध गतिविधियों पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
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