
अम्मान/बेरूत । सीरिया (Syria) में कई वर्षों बाद विद्रोही गुटों ( Rebel groups) ने एक बार फिर अलेप्पो (Aleppo city) पर बड़ा हमला किया है। इस हमले में करीब 100 लोगों के मारे जाने की सूचना है। मृतक संख्या की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन विद्रोहियों ने अलेप्पो शहर (Aleppo city) पर कब्जा कर लिया है और इसे विफल करने में मदद के लिए सीरिया (Syria) को रूस ने अतिरिक्त मदद का वादा किया है। सीरियाई विद्रोहियों के अलेप्पो के मध्य तक पहुंचने के चलते सेना ने शहर का हवाईअड्डा (Airport) और सभी सड़कें बंद कर दी हैं।
सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद (Syrian President Bashar al-Assad) के विरोधी विद्रोहियों ने शनिवार को जब घोषणा की कि वे अलेप्पो के केंद्र तक पहुंच गए हैं, तब अलेप्पो हवाई अड्डे के साथ शहर की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को रोक दिया गया। यहां इस्लामी आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेतृत्व में विपक्षी लड़ाकों ने इस सप्ताह सरकार के कब्जे वाले कस्बों में अचानक हमला किया और असद व उनके सहयोगियों द्वारा उन्हें बाहर किए जाने के करीब एक दशक बाद अलेप्पो पहुंचे। इस बीच, असद के प्रमुख सहयोगियों में से एक रूस ने दमिश्क को विद्रोहियों को विफल करने के लिए अतिरिक्त सैन्य सहायता देने का वादा किया है, साथ ही कहा कि अगले 72 घंटों में नए हथियार उपकरणों का आना शुरू हो जाएगा।
शिया लड़ाकों ने 2016 में विद्रोहियों से छीना था शहर
राष्ट्रपति बशर अल-असद के प्रशासन के विद्रोही 2016 के बाद पहली बार अलेप्पो शहर लौट रहे हैं। उस वक्त असद और उनके सहयोगियों रूस, ईरान व क्षेत्रीय शिया लड़ाकों ने विद्रोहियों से अलेप्पो शहर वापस लिया और महीनों की बमबारी व घेराबंदी के बाद विद्रोही पीछे हटने की मजबूर हुए। जैश अल-इज्जा विद्रोही ब्रिगेड के कमांडर मुस्तफा अब्दुल जाबेर ने कहा, इस सप्ताह उनकी घुसपैठ में तेजी ईरान समर्थित जनशक्ति की कमी से हो पाई है।
सरकारी मीडिया ने शनिवार को बतया कि सीरियाई सैनिकों ने करीब एक दशक बाद पहली बार देश के सबसे बड़े अलेप्पो शहर के अंदर विद्रोहियों से लड़ाई की है। उधर, युद्धक विमानों ने शहर के किनारे पर विद्रोही आपूर्ति लाइनों को निशाना बनाया। विद्रोहियों ने अलेप्पो व इदलिब के ग्रामीण इलाकों में चौंकाने वाले हमले करते हुए अलेप्पो के दक्षिण में एक रणनीतिक शहर सहित दर्जनों गांवों और कस्बों पर कब्जा कर लिया।
सीरियाई सेना ने विद्रोहियों की आपूर्ति लाइनों को निशाना बनाकर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। देश में गृहयुद्ध पर नजर रखने वाली सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि विद्रोही सैनिकों को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमलों में 20 लड़ाके मारे गए हैं।
इदलिब में हुए हमलों का जवाब
लड़ाकों ने कहा, यह अभियान हाल के हफ्तों में विद्रोही कब्जे वाले इदलिब शहर में रूसी और सीरियाई वायुसेना द्वारा नागरिकों पर बढ़ाए गए हमलों के जवाब में किया गया। लड़ाकों का इरादा सीरियाई सेना के किसी भी हमले को रोकने के लिए था। दमिश्क को उम्मीद है कि अगले 72 घंटों में सीरिया के तटीय शहर लताकिया के पास रूस के हमीमिम एयरबेस पर नए रूसी सैन्य उपकरणों का आगमन शुरू हो जाएगा।
हमले में तुर्किये के साथ की आशंका
तुर्किये के खुफिया विभाग के संपर्क में विपक्षी सूत्रों ने कहा कि विद्रोहियों का समर्थन करने वाले इस पड़ोसी ने हमलों को हरी झंडी दी है। तुर्किये शुरू से विद्रोहियों को समर्थन देते हुए रूस और सीरियाई सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहा है। हालांकि तुर्किये के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओन्कू केसेली ने चेतावनी दी है कि हाल के हमलों से तनाव घटाने के समझौते कमजोर होंगे। उन्होंने तुर्किये क्षेत्र से लगे इलाके में अधिक अस्थिरता से बचने की कोशिश भी की। यह हमला मार्च 2020 के बाद से सबसे बड़ा हमला है, जब रूस और तुर्किये संघर्ष को कम करने के लिए एक समझौते पर सहमत हुए थे।
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