img-fluid

सीरिया: राजधानी दमिश्क की दहलीज तक पहुंची विद्रोहियों की तोपें, राष्ट्रपति असद के भागने की अफवाहें?

December 08, 2024

नई दिल्ली. सीरिया (Syria) में हालाात विस्फोटक (Explosives) हो चले है. सीरियाई सेना कमजोर पड रही है और लडाके एक के बाद एक शहरों पर कब्जा करते चले जा रहे है और अब प्रमुख शहर होम्स पर कब्जा कर लिया है और अब दमिश्क (Damascus) की तरफ बढ़ गए हैं. दमिश्क अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दहशत और अराजकता का माहौल है. राष्ट्रपति (President) बशर अल-असद (Bashar Al Assad) की सत्ता जाने से आशंकित उनके वफादार देश से भागने की जद्दोजेहद में लगे हुए हैं.

हमा, अलेप्पो और दरा पर कब्जा करने के बाद होम्स चौथा प्रमुख शहर है जहां विद्रोहियों ने कब्जा जमा लिया है. राष्ट्रपति बशर अल-असद का कोई पता नहीं चल रहा है और ऐसी खबरें हैं कि वह देश छोड़कर भाग गए हैं. हालांकि सरकार ने उनके देश छोड़ने की खबरों का खंडन किया है. देश के चार प्रमुख शहरों पर कब्ज़ा करना राष्ट्रपति बशर अल-असद के लिए एक बड़ा झटका है.


हालांकि सरकारी टेलीविजन ने दावा किया है कि विद्रोही होम्स में नहीं घुसे हैं, लेकिन वह शहर के बाहरी इलाके में हैं. जहां सेना उन पर तोप और ड्रोन से हमला कर रही है. लेकिन जो वीडियो सामने आए हैं वो कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं. एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें प्रमुख शहर होम्स पर नियंत्रण के लिए सरकारी बलों से लड़ रहे सीरियाई विद्रोहियों के बीच गोलीबारी की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं और विद्रोही लड़ाके सड़कों पर दिख रहे हैं.

विद्रोहियों ने गोलियां चलाकर मनाया जश्न
केंद्रीय शहर से सेना के हटने के बाद हजारों होम्स निवासी सड़कों पर उतर आए और “असद चला गया, होम्स आजाद है” और “सीरिया अमर रहे, बशर अल-असद मुर्दाबाद” के नारे लगाते हुए जश्न मनाया. विद्रोहियों ने जश्न में हवा में गोलियां चलाईं, जबकि उत्साहित युवकों ने सीरियाई राष्ट्रपति के पोस्टर फाड़ दिए. समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, जब विपक्षी लड़ाके राजधानी के उपनगरीय इलाकों में पहुंचे, तब 24 वर्षों तक देश के शासक रहे बशर असद का पता नहीं चल पाया था.

असद और रूस के झटका है होम्स पर कब्जा
विद्रोही होम्स सडकों पर सरेआम गोलियां बरसा रहे हैं जिनके कब्जे में अब तक चार प्रमुख शहर आ चुके हैं. होम्स पर कब्जा असद के लिए संभावित रूप से सबसे बड़ा झटका है. अब ये विद्रोही राजधानी दमिश्क की तरफ बढ रहे है.

सीरिया के तटीय प्रांतों लताकिया और टार्टस के बीच स्थित होम्स शहर, दमिश्क को भूमध्यसागरीय तट से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण शहर है, जो अब विद्रोहियों के नियंत्रण में है. शहर पर कब्जा करने के बाद इसका राजधानी के तटीय क्षेत्रों संपर्क कट गया है जहां असद के अलावी समुदाय के लोग रहते हैं और यहां से रूस अपना प्रमुख नौसेना अड्डे को भी संचालित करता है.

सरकार के कब्जे में महज तीन प्रांतीय राजधानियां
अब दमिश्क के आसपास विद्रोहियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं. एपी के मुताबिक, सीरियाई सेना के देश के दक्षिणी हिस्से से हटने के बाद अब विद्रोहियों के कब्जे में प्रांतीय राजधानियों सहित कई क्षेत्र आ चुके हैं. देश के लंबे समय से चल रहे गृहयुद्ध में पहली बार, सरकार के पास अब 14 प्रांतीय राजधानियों में से केवल तीन पर नियंत्रण है जिनमें दमिश्क, लताकिया और टार्टस शामिल हैं.

बाजार में जरूरी सामान की हुई किल्लत
दमिश्क में रहने वाले लोग अब जरूरत के खानपान की चीजों को स्टॉक करने लगे हैं. वहीं हजारों लोग देश छोड़ने की कोशिश में लेबनान से सटी सीरिया की सीमा पर चले गए हैं. एक निवासी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि राजधानी में कई दुकानें बंद हो गई हैं और जो खुली हैं उनमें चीनी जैसी ज़रूरी चीज़ें खत्म हो गई हैं. कुछ दुकानें सामान्य कीमत से तीन गुना ज़्यादा कीमत पर सामान बेच रही हैं. एक शख्स ने बताया, “स्थिति बहुत अजीब है. हमें इसकी आदत नहीं है.” लोगों को डर है कि कहीं उन्हें बदला न ले लिया जाए.

असद का हटना तय
दमिश्क में कई उपनगरों में विरोध प्रदर्शन हुए, प्रदर्शनकारियों ने असद के शासन के प्रतीकों को हटा दिया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ सैनिक अपनी वर्दी उतारकर प्रदर्शनकारियों में शामिल हो गए हैं. विद्रोही सेना अब राजधानी के 30 किलोमीटर के भीतर है, जिससे सरकार की सत्ता पर पकड़ और भी ख़तरे में पड़ गई है. विदेशी अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि असद की सरकार कुछ ही दिनों में गिर सकती है. एक अमेरिकी अधिकारी ने अनुमान लगाया कि यह समय सीमा पांच से दस दिन है, जबकि दूसरे ने कहा कि असद को एक सप्ताह में सत्ता से हटाया जा सकता है.

साल 2011 में सीरिया में शुरू हुए सिविल वॉर के दौरान भी होम्स पर विद्रोहियों का कब्जा नहीं हो पाया था लेकिन इस बार विद्रोहियों ने इस शहर पर कब्जा कर लिया सीरिया में तीन बड़े शहरों पर विद्रोहियों का कब्जा हो चुका है और अब वो राजधानी दमिश्क की तरफ बढ़ रहे हैं. विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS)के इरादे खतरनाक लग रहे है. हाफ वीटी सीरिया में 27 नवंबर को सेना और विद्रोही गुटों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था.

1 दिसंबर को विद्रोहियों ने उत्तरी शहर अलेप्पो पर कब्जा कर लिया. इसके 4 दिन बाद विद्रोही गुटों ने एक और बड़े शहर हमा पर भी कब्जा कर लिया. विद्रोहियों ने दक्षिणी शहर दारा पर कब्जा करने के बाद राजधानी दमिश्क को दो दिशाओं से घेर लिया है. आउट जाहिर तौर पर सीरिया में हालात काफी खतरनाक है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात सीरिया की यात्रा और वहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं.

Share:

  • SC के पूर्व जज ने राम मंदिर फैसले को बताया मजाक करार? बयान के बाद बढ़ गया विवाद, जानें

    Sun Dec 8 , 2024
    नई दिल्‍ली । सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)पूर्व जज जस्टिस आरएफ नरीमन (Former Judge Justice RF Nariman)ने राम मंदिर को लेकर एक ऐसा बयान (Such a statement about the temple)दिया है, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद की कानूनी लड़ाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved