याद-ए-माज़ी की पुर-असरार हसीं गलियों में, मेरे हमराह अभी घूम रहा है कोई। अरेरा हिल्स के मुहाने पे मंत्रालय से मालवीय नगर के जाते हुए कोने में बड़ी वसी इमारत हुआ करती थी। लोग उसे पत्रकार भवन के नाम से जानते थे। कोई चार बरस पेले उस खस्ताहाल हो चुकी इमारत को जिला प्रशासन ने […]