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चंपारण सत्याग्रह: किसानों के शांतिपूर्ण विद्रोह का प्रतीक

– कल्पना पांडे इस अप्रैल में चंपारण के किसान आंदोलन को 105 वर्ष पूर्ण हुए। खेती के कोर्पोरेटाइजेशन या कंपनीकरण और शोषण की संगठित लूट के खिलाफ चले आंदोलन की कई मांगों की जड़ें चंपारण तक पहुंची मिलेंगी। इसके पहले विद्रोह हुए थे परंतु इस तरह का संगठित नियोजनपूर्ण प्रयास नहीं हुआ था। ये एक […]