ब्‍लॉगर

कोई रास्ता न देख फिर ब्राह्मणों को लुभाने चलीं मायावती

– उपेन्द्र नाथ राय कभी ‘तिलक, तराजू और तलवार। इनको मारो जूते चार।’ का नारा देने वाली बसपा प्रमुख मायावती को 2007 के बाद फिर ब्राह्मणों की याद आ गयी। 14 अप्रैल 1984 को बसपा के गठन के बाद पहली बार ब्राह्मण मतदाताओं के समर्थन से 2007 में पूर्ण बहुमत की सरकार बना चुकीं मायावती […]