नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष (Pitru Paksha) का बड़ा महत्व है. इसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है. श्राद्ध पक्ष हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि (new moon date) तक रहता है. पितृ पक्ष 16 दिनों तक चलता है. पितृ […]
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Pitru Paksha Shradh 2022: कब से शुरू हो रहे पितृपक्ष ? जानें श्राद्ध की प्रमुख तिथियां
नई दिल्ली। पितृ पक्ष का हिंदू धर्म में विशेष महत्व (special importance) है। शास्त्रों अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रमास की पूर्णिमा से आरंभ होकर आश्विन मास की अमावस्या (new moon) तक चलते हैं। मान्यता है कि मृत्यु के देवता यमराज श्राद्ध पक्ष में पितरों (ancestors) को मुक्त कर देते हैं, ताकि वे स्वजनों के यहां जाकर […]
MP: यहां के लोग मनाते हैं अद्भुत दिवाली, पूर्वजों का श्राद्व कर मांगते हैं माफी, जानें क्यों?
शाजापुर: दीपावली (Diwali) के अवसर पर जहां सभी लोग माता लक्ष्मी (mata lakshmi) का पूजन करते हैं. वहीं मक्सी के गुर्जर समाजजन पूर्वजों का श्राद्ध करते है. जिसे तर्पण भी कहा जाता है. इसके लिए गुर्जर समाज के लोग अपने घर से पूजन सामग्री लेकर आते हैं. सभी समाज के राव अपने यजमान के साथ […]
श्राद्ध: श्रद्धा की अभिव्यक्ति
– हृदयनारायण दीक्षित भारत में पूर्वजों पितरों के प्रति श्रद्धाभाव रहा है। वैदिक आस्था के अनुसार पितृयज्ञ में पितर पुत्रों के प्रेम में आते हैं। ऐसे यज्ञों का विशेष विधि विधान है। यह विधान अथर्ववेद के रचनाकाल से बहुत प्राचीन है। कहते हैं, “हमने यज्ञ विज्ञान अपने पितरों से ही सीखा है। सभी पितर यहां […]
इस बार सर्वपितृ अमावस्या पर फलदायी गजच्छाया योग
पुरखों की विदाई में अब 8 दिन और शेष, आज सप्तमी तिथि का श्राद्ध इन्दौर। पितृ पक्ष (Pitra Paksh) अर्थात श्राद्ध (Shradh) का प्रारम्भ 20 सितंबर से हुआ था। अब पितृों की विदाई में 8 दिन और शेष रह गए हैं । यह 6 अक्टूबर को समाप्त होंगे । पितृ पक्ष (Pitra Paksh) के दौरान […]
पूर्वजों को श्रद्धांजलि देना ही श्राद्ध है
– रमेश सर्राफ धमोरा हिन्दू धर्म में माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ी पूजा माना गया है। इसलिए हिंदू धर्म शास्त्रों में पितरों का उद्धार करने के लिए पुत्र की अनिवार्यता मानी गई हैं। जन्मदाता माता-पिता को मृत्यु-उपरान्त लोग विस्मृत न कर दें इसलिए उनका श्राद्ध करने का विशेष विधान बताया गया है। श्राद्ध हिन्दू […]
श्राद्ध में ब्राह्मण भोज करवाने से पहले जरूर जान लें ये नियम
पितृ पक्ष यानि 15 दिन तक चलने वाले श्राद्ध में पितरों को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण भोज कराया जाता है। 20 सितंबर से 6 अक्टूबर तक चलने वाले पितृ पक्ष में श्राद्ध की तिथि पर ब्राह्मण को निमंत्रण दिया जाता है। मान्यता है कि ब्राह्मणों के मुख के द्वारा ही देवता हव्य (deity havya) […]
’कौए’ दिखते नहीं, कैसी पूरी होगी श्राद्ध की मान्यता ?
– डॉ. रमेश ठाकुर श्राद्ध में अब कौवे नहीं दिखाई देते, जबकि भोजन उन्हीं को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। सवाल उठता है गुजरे हुए पुरखों तक भोजन पहुंचाने वाले वाहक रूपी ‘कौए‘ ही नहीं होंगे, तो श्राद्धों की मान्यताएं कैसी पूरी होंगी ? शुरू से होता आया है कि श्राद्ध में पितरों का […]
श्राद्ध से जुड़ी हर वो बात जिसे जानना जरूरी
– राजीव जोशी श्राद्ध पक्ष सोमवार से शुरू हो गया है, यह छह अक्टूबर तक चलेगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूर्वजों की आत्मा की शांति और उनके तर्पण के निमित्त श्राद्ध किया जाता है। यहां श्राद्ध का अर्थ श्रद्धा पूर्वक अपने पितरों के प्रति सम्मान प्रकट करने से है। हिंदू धर्म में श्राद्ध का विशेष […]
श्राद्ध पक्ष का पहला दिन, लंबी लाईन लगी गया कोठा और सिद्धवट पर
उज्जैन। भाद्र पद के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से आज श्राद्ध पक्ष का आरंभ हो गया। पूर्वजों के निमित्त श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण करने का यह सिलसिला सर्वपितृ अमावस्या तक 16 दिन चलेगा। श्राद्ध पक्ष के पहले ही दिन आज सुबह से गया कोठा तीर्थ पर पितृकर्म कराने आए लोगों की लंबी कतार नजर आई। […]