
पिंगटुंग: चीन के साथ हफ्तों चली टकराहट के बाद ताइवान ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया है. बुधवार को नए युद्ध अभ्यास में ताइवान ने टैंकों और फाइटर जेट्स के साथ अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है. टैंकों और फाइटर जेट्स की गर्जना से ताइवान ने ड्रैगन को अपना दमखम दिखाया है. ताइवान पर चीन अपने क्षेत्र के रूप में शासन करने का दावा करता है.
पिछले महीने अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी द्वारा ताइपे की यात्रा के बाद से चीन द्वीप के चारों ओर सैन्य अभ्यास कर रहा है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार ताइवान जो चीन के संप्रभुता के दावों को खारिज करता है, ने बीजिंग की गतिविधियों पर अपनी शांत प्रतिक्रिया पर बार-बार जोर दिया है. लेकिन उसके पास जरूरत पड़ने पर अपनी रक्षा करने का संकल्प और क्षमता भी है.
ताइवान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सुन ली-फांग ने ताइवान के सुदूर दक्षिण के पिंगटुंग में सरकार द्वारा आयोजित युद्ध अभ्यास पर मीडिया से कहा कि जमीन पर युद्ध की तैयारी का प्रशिक्षण सशस्त्र बलों का एक आवश्यक कर्तव्य है और यह भी कुछ ऐसा है जो हमें हर दिन और हर पल करना है.
उन्होंने आगे कहा कि ताइवान और उसके बाहरी द्वीपों में रक्षा अभियानों के संबंध में हम इलाके के अनुसार खतरों पर प्रतिक्रिया करने और युद्ध की तैयारियों को बढ़ाने के अपने कर्तव्य को पूरा करने के लिए हर जगह लड़ने में सक्षम होने के दृष्टिकोण के साथ अपना अभ्यास कर रहे हैं.
गौरतलब है कि ताइवान का सशस्त्र बल अच्छी तरह से सुसज्जित है, लेकिन चीन की विशाल सेना के सामने बौना है. हालांकि ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन (Tsai Ing-Wen) अपनी सेना के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की देखरेख कर रही हैं. इसके साथ ही रक्षा खर्च में वृद्धि को भी उन्होंने प्राथमिकता दी है.
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