
नई दिल्ली: देश (Country) में वक्फ बोर्ड (Wakf Board) और मस्जिदों (Mosques) से जुड़े नए प्रस्तावित कानून (Proposed Legislation) को लेकर मुस्लिम समाज (Muslim Brotherhood) में असंतोष गहराता जा रहा है. कर्नाटक के रायचूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और केंद्र सरकार (Central Government) पर तीखे आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि यह कानून मुसलमानों की धार्मिक पहचान को मिटाने और मस्जिदों पर कब्जा करने की साजिश है.
भाषण के दौरान ओवैसी ने केंद्र द्वारा लाए जा रहे ‘5 साल का सर्टिफिकेट’ नियम पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, “आप कह रहे हैं पांच साल का सर्टिफिकेट मोदी देंगे, कौन देगा हमें सर्टिफिकेट? हमें तुम्हारे सर्टिफिकेट की कोई जरूरत नहीं है.” ओवैसी ने कहा कि यह नियम विशेष रूप से मुसलमानों को लक्षित कर रहा है और धार्मिक आजादी के अधिकारों का उल्लंघन है.
ओवैसी ने कहा कि यह कानून केवल और केवल वक्फ की संपत्तियों और मस्जिदों को हथियाने के लिए लाया गया है. उन्होंने रायचूर की ऐतिहासिक “मिनारा मस्जिद” का उदाहरण देते हुए कहा,”500 साल पुरानी मस्जिद को अब सरकार कह रही है कि ASI इसका मालिक होगा, वक्फ बोर्ड नहीं. बताइए, ASI मालिक कैसे हो सकता है?”
ओवैसी ने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि प्रस्तावित कानून भारत के संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 25, 26 और 29 के सीधे विरोध में है, जो धर्म, आस्था और समानता की गारंटी देता है. उन्होंने कहा, “यह मौलिक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है. बाबा आदम से लेकर कयामत तक एक ही दीन रहा है – इस्लाम. हमारे दीन को प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं.”
कर्नाटक के उदाहरण को देते हुए ओवैसी ने सवाल उठाया कि जब हिंदू धार्मिक संस्थानों के बोर्ड में केवल हिंदू सदस्य हो सकते हैं, तो मुसलमानों के वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों की नियुक्ति कैसे संभव है? उन्होंने इसे मुसलमानों के धार्मिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया. सरकार की ओर से यह कहा जा रहा है कि ASI के अंतर्गत आने वाली मस्जिदों की देखरेख ऐतिहासिक धरोहर के तहत हो रही है, जबकि मुस्लिम समाज इसे अपनी धार्मिक स्वतंत्रता में दखल मान रहा है. रायचूर की मिनारा मस्जिद इसका प्रमुख उदाहरण बन गई है, जहां वक्फ बोर्ड और सरकार के बीच स्वामित्व को लेकर विवाद गहराता जा रहा है.
उन्होंने कहा कि “दलितों पर हो रहे जुल्म और मुस्लिमों पर अत्याचार के पीछे सरकार की चुप्पी शर्मनाक है.” उन्होंने आरोप लगाया कि अर्मान और जुनेद को बेरहमी से पीटा गया, जिसमें जुनेद की मौत हो गई और अर्मान वेंटिलेटर पर है. साथ ही उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस पर भी पक्षपात के आरोप लगाए, कहा कि पुलिस आरोपियों के नाम बताने से भी डर रही है. भाषण में चीन द्वारा कब्जाई गई 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन का हवाला देते हुए उन्होंने बीजेपी को ललकारा कि “अगर सच में ताकत दिखानी है तो चीन को हटाओ, हम भी साथ खड़े होंगे.”
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