
इन्दौर। पेयजल सर्वेक्षण (drinking water survey) के लिए दिल्ली से तीन अधिकारियों की टीम यहां आकर अलग अलग क्षेत्रों में निरीक्षण कर पेयजल की स्थिति देख रही है। शहर में सप्लाय किया जा रहा पानी कितना शुद्ध है, इसके साथ-साथ तालाबों की स्थिति भी देखी जा रही है। कल टीम ने जलूद और देवधरम टंकी के पानी के पांच-पांच सैंपल लिए।
इन्दौर (Indore) नगर निगम ने शहरी विकास मंत्रालय के पास पेयजल सर्वेक्षण में अपना दावा प्रस्तुत करते हुए यहां हुए तमाम कायों का रिकार्ड भेजा था, जिसके तहत शहर के दस स्थानों पर बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के साथ-साथ कई तालाबों का जीर्णोद्धार और वहां कराए गए कार्यों के साथ-साथ पूरे शहर में शुद्ध पानी किए जाने की बात कही गई थी। इसी के चलते पेयजल सर्वेक्षण टीम के तीन सदस्य यहां दो दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर भ्रमण कर स्थिति देख रहे हैं।
जलूद पहुंची टीम ने वहां पानी सप्लाय किए जाने की व्यवस्था के साथ-साथ पम्प हाउस की व्यवस्थाएं देखी और अधिकारियों से प्रतिदिन शहर में सप्लाय किए जाने वाले पानी के बारे में पूछा। अधिकारियों ने वहां से सप्लाय किए जाने वाले पानी के पांच सैंपल लिए। इसके बाद टीम देवधरम टंकी पितृ पर्वत के समीप पहुंची, वहां से भी पानी के सैंपल लिए गए। सूत्रों के मुताबिक अब आज और कल टीम शहर के विभिन्न उद्यानों में निगम द्वारा किए गए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम देखने के साथ-साथ दावे में प्रस्तुत किए गए तीन तालाब सिरपुर, बिलावली, पीपल्यापाला की स्थिति देखेगी। निगम ने तीनों तालाबों के आसपास गहरीकरण के साथ-साथ कई कार्य किए जाने का दावा प्रस्तुत किया था।
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