
नई दिल्ली । भारत (India) का स्वदेशी फाइटर जेट तेजस (Tejas) दुबई एयर शो (Dubai Air Show) में करतब दिखाने के दौरान क्रैश हो गया है। वायुसेना की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस हादसे में पायलट की भी मौत हो गई है। इस घटना के जो विजुअल्स सामने आए हैं, उनमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे आसमान में करतब दिखा रहा तेजस एक दम से नीचे की तरफ गिरने लगता है और जमीन से टकराते ही उसमें एक तेज धमाका हो जाता है। इस दुर्घटना के बाद भारत का पहला देसी फाइटर जेट तेजस एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। गौरतलब है कि यह 4.5 जनरेशन का सबसे हल्का लड़ाकू विमान है।
हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाए गए इस फाइटर जेट में केवल इंजन विदेशी है क्योंकि भारत अभी फाइटर जेट इंजन बनाने में सफलता हासिल नहीं कर पाया है। बेहतर डिजाइन और ताकत की वजह से इस हल्के सुपरसोनिक विमान की भारत ही नहीं दुनिया भर में चर्चा हो रही है। कई देशों ने इसे खरीदने में दिलचस्पी भी दिखाई है। हालांकि, यह अभी तक दिलचस्पी तक ही सीमित है, खरीदारी को लेकर कोई फैसला या कोई घोषणा नहीं की गई है।
किस-किस देश ने दिखाई भारत के तेजस फाइटर जेट में दिलचस्पी?
भारत के स्वदेशी फाइटर जेट खरीदने में सबसे ज्यादा दिलचस्पी मलेशिया ने दिखाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजस की उत्पादक कंपनी HAL ने मलेशिया के साथ इस पर चर्चा भी की थी और तेजस के दो सीट वाले वेरिएंट को ऑफर किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक मलेशिया ने अपनी आगामी खरीदारी के लिए तेजस को शॉर्टलिस्ट भी किया था। इस लिस्ट में दूसरा नाम ऑस्ट्रेलिया का है। इसने भी तेजस में अपनी दिलचस्पी दिखाई थी। हालांकि, कोई बड़ा सौदा सामने नहीं आया।
इसके अलावा HAL के अधिकारियों के मुताबिक मिस्त्र, फिलिपीन्स और इंडोनेशिया से भी तेजस की खरीदारी को लेकर चर्चा जारी है। हालांकि, अभी तक इस पर कोई भी ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका, श्रीलंका और नाइजीरिया ने भी रक्षा सौदे के तहत तेजस में अपनी दिलचस्पी दिखाई थी। लेकिन इस पर बात आगे नहीं बढ़ सकी।
क्रैश का क्या पड़ेगा असर?
दुबई एयर शो में भारतीय फाइटर जेट तेजस के क्रैश होने की जांच शुरू कर दी गई है। अभी फिलहाल इस बात की जांच की जाएगी कि यह विमान किसी अंदरुनी खराबी की वजह से गिरा या फिर कोई और कारण की वजह से। इस जांच के बाद ही सामने आ पाएगा कि आखिर इसके पीछे क्या वजह रही है। गौरतलब है कि तेजस विमान के 24 साल के इतिहास में यह दूसरी बार है जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इससे पहले पिछली साल राजस्थान के जैसलमेर में भी एक तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, उस समय पायलट सुरक्षित बच गया था। बाकी फाइटर जेट्स के मुकाबले यह काफी सुरक्षित है। ऐसे में इस दुर्घटना की वजह से तेजस को लेकर दूसरे देशों की दिलचस्पी कम होगी, यह कहना थोड़ा जल्दबाजी होगी।
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