
नई दिल्ली। बिहार (Bihar) में मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (Voter List Revision) के मामले पर खूब हंगामा जारी है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने दावा किया कि उनका नाम ही मतदाता सूची से गायब है और उन्होंने चुनाव आयोग (Election Commission) की एसआईआर की पूरी कवायद को सवालों के घेरे में खड़ा करने की कोशिश की। हालांकि चुनाव आयोग ने तुरंत स्पष्ट कर दिया कि तेजस्वी यादव का नाम नहीं कटा है और वोटर लिस्ट जारी कर दी। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम से पता चला कि तेजस्वी यादव के दो EPIC नंबर हैं। भाजपा ने तुरंत इस मुद्दे को लपकते हुए सवाल किया कि क्या तेजस्वी यादव के पास दो वोटर आईडी कार्ड हैं?
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ‘राजद नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने 1 अगस्त को बिहार में एसआईआर के बाद जो मतदाता सूची जारी की, उसे लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की। तेजस्वी यादव ने दावा किया कि इस मतदाता सूची में मेरा नाम नहीं है। तो क्या मैं इस बार के चुनाव में भाग ले पाऊंगा? उस समय तेजस्वी यादव ने अपने मोबाइल को दिखाते हुए EPIC नंबर बताया। तेजस्वी यादव ने जो EPIC नंबर दिया, वो है RAV2916120। यह नंबर तेजस्वी यादव ने मोबाइल पर भी डालकर दिखाया और दावा किया कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं आ रहा है।’
संबित पात्रा ने आगे कहा ‘उसके बाद चुनाव आयोग और पटना के डीएम ने पूरी सच्चाई को जस का तस रख दिया और कहा कि तेजस्वी यादव झूठ बोल रहे हैं। तेजस्वी यादव का नाम मतदाता सूची में है और कटा नहीं है। उन्होंने बताया कि दीघा विधानसभा में तेजस्वी यादव का नाम पंजीकृत है और वर्तमान में पोलिंग स्टेशन नंबर 2004 में है। लाइब्रेरी बिल्डिंग एनीमल साइंस यूनिवर्सिटी और क्रम संख्या 416 में है। मगर उसके बाद जो बताया गया, वह चौंकाने वाला है। बताया गया कि EPIC नंबर डालकर जो जानकारी सामने आती है, वही जानकारी तेजस्वी यादव ने अपने 2016 के अपने नामांकन के हलफनामे में दाखिल की थी और उसी EPIC नंबर के आधार पर 2020 का चुनाव भी लड़ा था और वह नंबर है RAB0456228। तो ये दो एपिक नंबर कैसे हो गए, एक तेजस्वी यादव ने अपने मोबाइल से बताया और एक चुनाव आयोग ने बताया। अब बताइए ये दो-दो एपिक कार्ड नंबर कैसे हैं?’
भाजपा ने पूछा, ‘तेजस्वी यादव के पास दो एपिक नंबर थे तो क्या उनके पास दो मतदाता पहचान पत्र हैं? सर्वोच्च नेता के पास 2 EPIC नंबर हैं, तो कार्यकर्ता का हाल क्या होगा? क्या इसीलिए वे एसआईआर से डरते हैं? कांग्रेस और राजद के नेता और उनके कार्यकर्ता, जो बूथ कैप्चरिंग और गुंडागर्दी के दम पर जीतने के आदी थे, उनका पूरा खेल उजागर हो गया है।’
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