
डेस्क: देश के कई राज्यों में मानसून के प्रभाव से भारी बारिश हो रही है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी मानसूनी बरसात (Monsoon Rains) दखने को मिल रही है. प्रदेश में ये मानसूनी बारिश तबाही मचा रही है. सोमवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ, कानपुर और बरेली समेत 15 शहरों में तेज बरसात हुई. बारिश के कारण कानपुर में श्री आनंदेश्वर मंदिर के बाहर लगभग 500 मीटर के दायरे में जलभराव हो गया. प्रयागराज में गंगा-यमुना नदी उफान पर हैं.
यहां नदियों का पानी लेटे हनुमान मंदिर तक आ गया है. उधर भगवान शिव की नगरी काशी में भी बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है. यहां नदी का जलस्तर 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. यहां रत्नेश्वर महादेव मंदिर 80 फीसदी तक डूब गया है. सभी घाटों का संपर्क टूट गया है. इस कारण श्रद्धालु परेशान हैं. वहीं चित्रकूट में बारिश से वाल्मीकि नदी पर बने पुल का एप्रोच धंस गया है.
अभी इस पूल का उद्धघाटन भी नहीं किया गया था. जिले के मानिकपुर इलाके के भौरी-बघवारा रास्ते पर इस पुल का निर्माण किया गया था. इस पूल को बनाने में 10 करोड़ की लागत आई थी. तेज बारिश के कारण प्रदेश में बांधों का जलस्तर भी तय सीमा से पार हो गया है. ललितपुर के गोविंद सागर बांध के 17 गेट खोल दिए गए. लगातार हो रही बारिश के चलते यहां 12वीं तक के स्कूल मंगलवार तक के लिए बंद किए गए हैं.
यही नहीं यहां बयाना नाला उफान पर है. 20 से अधिक घरों में नाले का पानी पांच फीट तक भर गया है. कारें और ट्रक भी पानी में डूब गए हैं. झांसी में 15 भैंसे नदी के तेज बहाव में बह गईं. 9 के शव बरामद कर लिए गए हैं. कन्नौज के भीकमपुर गांव में बारिश और जलभराव की वजह से मगरमच्छ नदी से निकलकर खेत में पहुंच गया. वन विभाग की टीम से मगरमच्छ को पकड़कर वापस नदी में छोड़ दिया. इसके अलावा बंदायू में जल भरते समय एक कांवडिया नदी में डूब गया.
देर शाम तक गोताखोर उसकी खोज करते रहे, लेकिन वो नहीं मिला. वहीं मौसम विभाग ने मंगलवार को यूपी के 14 जिलों संत कबीरनगर, गोरखपुर देवरिया, मऊ, कुशीनगर, आजमगढ़, बलिया, जौनपुर, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर और सोनभद्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. 34 जिलों में अकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी भी दी गई है.
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