
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन (Russia–Ukraine) और इजराइल-ईरान (Israel-Iran) के बाद अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच भड़की चिंगारी अब आग के रूप लेने वाली है। ताबिलान के 15 हजार लड़ाके और पाकिस्तानी सेना-वायुसेना के जवान बॉर्डर की ओर बढ़ रहे हैं। अफगानिस्तान पर पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक से दोनों देश युद्ध के कगार पर पहुंच गए हैं।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर तनाव की स्थिति है। पाकिस्तानी सेना की टुकड़ियों को बॉर्डर पर तैनात कर दिया गया है, जबकि तालिबान के लड़ाके भी आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि, दोनों देशों की ओर से गोलीबारी की खबर अभी तक नहीं आई है, लेकिन तैनाती बढ़ा दी गई है।
पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक के बाद तालिबानी सरकार के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता हाफिज जिया अहमद ने काबुल में पाकिस्तानी दूतावास के प्रभारी को बुलाया और इस अटैक की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा इस हमले से दोनों देशों के रिश्तों में दरार पड़ सकती है। वहीं, पाकिस्तान ने हवाई हमलों से यह बताया कि जवानों की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अगर तालिबान के लड़ाकों की बात करें तो उनके पास एके-47, मोर्टार, रॉकेट लांचर जैसे अत्याधुनिक हथियार हैं। वे दुर्गम इलाकों में छुपकर हमला कर सकते हैं। वहीं, पहले से ही पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है। सीपैक प्रोजेक्ट में देरी और बलूचिस्तान में अलगाववाद जैसी समस्याओं में पाक सरकार कमजोर पड़ती जा रही है। इस बीच तालिबान से युद्ध पाकिस्तान को भारी पड़ सकता है।
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