
डेस्क: पहलगाम आतंकी हमले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. अब सामने आया है कि हमले में शामिल आतंकवादियों को कमांडोज जैसी ट्रेनिंग दी गई थी. जम्मू-कश्मीर की जेलों में बंद लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों से पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ है. पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) कमांडोज जैसी ट्रेनिंग दी गई थी. 15-20 ऐसे कमांडर कश्मीर घाटी में मौजूद हैं, जो विदेशी आतंकियों के छोटे-छोटे ग्रुप्स को लीड कर रहे हैं.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का मकसद भारतीय सुरक्षाबलों को भारी नुकसान पहुंचाना है. तीन बड़े हमलों में SSG कमांडोज की भूमिका इससे पहले पाई गई. गगनगीर, गांदरबल — 7 नागरिकों की हत्या, बूटा पथरी हमला- आर्मी के काफिले पर हमला, 2 जवान शहीद, 2 पोर्टर की मौत, पहलगाम हमला- जांच एजेंसियों को मिले अहम सुराग. अब जांच एजेंसियों का फोकस SSG ट्रेनिंग पाए इन दुर्दांत कमांडरों की तलाश पर है, जो घाटी में बड़ा खतरा बन चुके हैं.
इसी के साथ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद अब पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत जम्मू कश्मीर पुलिस आतंक के हमदर्दों पर कड़ा प्रहार कर रही है. पिछले दिनों में कश्मीर रीजन में 100 से ज्यादा आतंकवाद के समर्थक और हमदर्दों पर एक्शन लिया गया है.
कुपवाड़ा रीजन में 15, हंदवाड़ा में 12, पुलवामा में 14 लोग ऐसे हैं जिन पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत एक्शन लिया गया है. सूत्रों के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों तक पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत ऐसे ही संदिग्धों के घर पर एक्शन लिया जाएगा. एनआईए सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई में तेजी तब आई है जब ओवर ग्राउंड वर्कों से पूछताछ के आधार पर जांच एजेंसी को अहम सबूत हासिल हुए हैं.
पहलगाम में हुए भयानक हमले की जांच एनआईए कर रही है. इसी के बाद अब एनआईए पहले गिरफ्तार किए गए ओवर ग्राउड वर्कर्स से पूछताछ कर रही है और सबूत जुटा रही है. पहलगाम में 22 अप्रैल को अटैक हुआ. इस हमले में निहत्थे लोगों को निशाना बनाया गया. बेरहमी से हथियारों से लैस आतंकवादियों ने टूरिस्ट पर हमला किया. इस अटैक में आतंकवादियों ने 26 लोगों की जान ले ली जिसमें अधिक टूरिस्ट शामिल थे. इसी के बाद भारत ने अब पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. साथ ही आतंकवाद का सफाया करने के लिए मुहिम तेज कर दी गई है.
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