img-fluid

इन्दौर के 47 करोड़ के फ्लायओवर का डामर उखड़ा, अब सीमेंट कांक्रीट की बनेगी रोड

December 05, 2025

नेशनल हाईवे ने ठेकेदार से ही शुरू करवाया काम, अभी एक साइड की सडक़ खोदी, 6 माह पूर्व ही खुल गई थी घटिया काम की पोलपट्टी

इंदौर। नेशनल हाईवे (National Highway) के प्रोजेक्टों (projects) में पहले जो गुणवत्ता रहती थी वह अब गायब हो चुकी है। इंदौर (Indore) बायपास (Bypass) से लेकर जो नए प्रोजेक्ट बीते समय में सामने आए उन सभी में गंभीर लापरवाही और गड़बडिय़ां मिली हैं। यहां तक कि राऊ सर्कल पर कुछ माह पूर्व ही बने फ्लायओवर में गड्ढे ही गड्ढे हुए, जिसके चलते नेशनल हाईवे ने पहले तो पेंचवर्क करवाया, फिर पेवर ब्लॉक रखवा दिए, जिसके कारण वाहन चालकों की मुसीबत और बढ़ी और अब जब शिकायत दिल्ली तक पहुंची तो उसके बाद ठेकेदार फर्म से ही डामर की सडक़ को उखाडक़र उसकी जगह सीमेंट कांक्रीट की सडक़ बनवाई जा रही है।


पिछले दिनों इसी ब्रिज पर हुई घातक दुर्घटना में एक युवक की मौत भी हो गई थी। इंदौर से पीथमपुर या महू-मुंबई मार्ग पर जाते वक्त इस ब्रिज का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि इसके कारण यातायात सुधरा भी है। मगर दूसरी तरफ ब्रिज की गुणवत्ता को लेकर अवश्य सवाल उठते रहे हैं। खासकर ब्रिज के ऊपर जो डामर की सडक़ बनाई गई थी वह पहली बारिश में ही अभी उखड़ गई और बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। अग्रिबाण ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था। उसके बाद नेशनल हाईवे ने ताबड़तोड़ पेंचवर्क करवाया और कई जगह पेवर ब्लॉक गड्ढों को भरने के लिए लगा दिए। कांग्रेस ने भी इसकी आलोचना की और उसके प्रदेश प्रवक्ता अमित चौरसिया ने केन्द्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को कुछ समय पूर्व पत्र लिखकर राऊ फ्लायओवर की दुर्दशा की शिकायत की और इसका निर्माण करने वाली कम्पनी मेसर्स विंध्या कंस्ट्रक्शन के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की भी मांग की गई। क्योंकि 6 माह के भीतर ही ब्रिज की सडक़ गड्ढामय हो गई। इस ब्रिज से 70 हजार से अधिक वाहन रोजाना गुजरते हैं और 1.2 किलोमीटर लम्बे इस फ्लायओवर की लागत लगभग 47 करोड़ रुपए आई थी और अभी पिछले साल ही 21 दिसम्बर 2024 को इसका लोकार्पण हुआ था। बायपास से मुंबई की ओर जाने के अलावा पीथमपुर के लिए भी इसी ब्रिज का इस्तेमाल किया जाता है। नेशनल हाईवे के अधिकारी प्रवीण यादव के मुताबिक चूंकि डामर की सडक़ की मरम्मत बार-बार करना पड़ रही थी। लिहाजा ठेकेदार फर्म से ही अब डामर की बजाय सीमेंट कांक्रीट की नई सडक़ निर्मित करवाई जा रही है। अभी एक तरफ का हिस्सा खोदा गया है, ताकि दूसरी तरफ का यातायात चलता रहे। इस फोरलेन फ्लायओवर में पहले दो लेन की डामर को सडक़ को उखाडक़र उसकी जगह सीमेंट कांक्रीट की सडक़ बनाई जाएगी। फिर दूसरी का काम शुरू होगा। अभी दोनों तरफ का अगर काम शुरू होता तो फिर यातायात अवरुद्ध होता, क्योंकि बड़ी संख्या में वाहनों का आवागमन इस ब्रिज से होता है। बीते कई दिनों में इस ब्रिज पर कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी है और इंदौर के सांसद ने भी केन्द्रीय मंत्री से इस फ्लायओवर का रख-रखाव टेंडर शर्तों के मुताबिक ही करवाने की मांग की थी। टेंडर शर्त के मुताबिक 5 साल तक इस ब्रिज का रख-रखाव ठेकेदार फर्म को ही करना है। इस पर बनाई डामर की सडक़ इतनी घटिया निकली कि पहली ही बारिश में पूरी सडक़ ही उखड़ गई, जिसमें छोटी गाडिय़ां तो फंस जाती, जिसके चलते पेवर ब्लॉक लगा दिए और इससे और अधिक मुसीबत बढ़ गई। यहां तक कि ब्रिज पर बड़े और चौड़े गड्ढे भी हो ग ए और सर्विस रोड की हालत भी खराब हुई और बारिश में पानी भरने के कारण भी वाहन चालकों को परेशानी भुगतना पड़ी। क्षेत्र के विधायक मधु वर्मा ने भी नेशनल हाईवे के अधिकारियों को इस मामले में कार्रवाई करने को कहा और ठेकेदार कम्पनी से ही सडक़ सुधारने की बात कही, जिसके चलते अब ठेकेदार से डामर की जगह सीमेंट की सडक़ बनवाई जा रही है।

Share:

  • मरने के बाद भी वोटर लिस्ट में नाम… SIR में 17 लाख से ज्यादा मतदाताओं को लेकर खुलासा

    Fri Dec 5 , 2025
    डेस्क: बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद अब कई राज्यों में भी एसआईआर प्रक्रिया कराई जा रही है. गुजरात में भी एसआईआर किया जा रहा है. गुजरात में जारी प्रक्रिया के दौरान यह पता चला कि पूरे राज्य में मौजूदा वोटर लिस्ट में 17 लाख से ज्यादा मरे हुए वोटर्स […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved