
इंदौर। कल जैसे ही कलेक्टर आशीष सिंह ने हेलमेट को लेकर जो प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया उसके बाद सोशल मीडिया पर इसका तीखा विरोध भी शुरू हो गया। अधिकांश लोगों का कहना था कि पहले सडक़ों के गड्ढे भरें, यातायात सुधारें, उसके बाद हेलमेट पहनाएं। हालांकि बढ़ती सडक़ दुर्घटनाओं और मौतों के चलते हेलमेट पहनाने का निर्णय अच्छा है, मगर दूसरी तरफ जनता अभी भी इसे अपनाने को तैयार नहीं है। सख्ती के चलते थोड़े दिन हेलमेट का उपयोग बढ़ जाता है और बाद में फिर लोग बिना हेलमेट के ही दो पहिया वाहन चलाते नजर आते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनाई गई कमेटी ने भी इंदौर का दौरा किया और सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने, यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने और ब्लैक स्पॉट खत्म करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए। नतीजतन कलेक्टर आशीष सिंह ने कल दुपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट की अनिवार्यता लागू की और पेट्रोल पम्प संचालकों को निर्देश दिए कि बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं दिया जाए। आज पम्प संचालकों की बैठक भी इसी सिलसिले में 11 बजे कलेक्टर कार्यालय में बुलाई गई है।
एडीएम द्वारा ली जाने वाली इस बैठक में इंडियन ऑइल, भारत पेट्रोल, एचपीसीएल, नायरा और रिलायंस के सभी पेट्रोल पम्प संचालकों, सेल ऑइफसर और संबंधित विभागों के अधिकारियों को बुलाया गया है। दूसरी तरफ आरटीओ प्रदीप शर्मा ने भी चेतावनी जारी की है कि हेलमेट नहीं लगाने वाले वाहन चालकों के लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर इसका तीखा विरोध नजर आ रहा है, तो महानगर विकास परिषद् ने भी कलेक्टर से मांग की है कि पहले सडक़ें सुधारी जाए और सरकारी कर्मचारी हेलमेट पहनें और अभी बारिश-त्योहारों का समय है, इसलिए निर्णय को 1 अगस्त से लागू करने की बजाय दीपावली तक स्थगित रखा जाए। परिषद् के मंत्री राजेश अग्रवाल और मीडिया प्रभारी रामस्वरूप मूंदड़ा का कहना है कि सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट जरूरी है, लेकिन बिना किसी प्रेरणा अभियान के मात्र 2 दिन बाद ही इसे लागू करने का व्यवहारिक प्रतीत नहीं होता। रोड सेफ्टी कमेटी ने अन्य कई सुझाव भी सडक़ दुर्घटना रोकने के दिए हैं, पहले उस पर सख्ती से अमल करवाया जाना चाहिए। हेलमेट को अनिवार्य करने के कड़े निर्णय से पुलिस और यातायात के जवान यातायात सुधार की बजाय सिर्फ चालानी कार्रवाई में ही जुट जाएंगे। दूसरी तरफ महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर सभी सरकारी विभागों, नगर निगम के कर्मचारियों के लिए भी हेलमेट अनिवार्य करने की मांग की है। कलेक्टर द्वारा जारी उक्त प्रतिबंधात्मक आदेश 1 अगस्त यानी कल से लागू हो जाएगा, जो कि 29 सितम्बर तक प्रभावशील रहेगा।
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