
इंदौर। ग्रामीण क्षेत्रों में जिला शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाले दो दर्जन से ज्यादा स्कूलों की हालत जीर्णशीर्ण हो गई थी। जहां-तहां पानी टपकने, छत और प्लास्टर गिरने की शिकायतें लम्बे समय से जिला पंचायत को की जा रही थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए बारिश के पूर्व सभी स्कूलों की फिजिकल रिपोर्ट तैयार की गई, जिसके अतंर्गत ऐसे स्कूल, जो जीर्णशीर्ण अवस्था में थे, उन्हें जमींदोज किया गया है।
जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने ग्रामीण क्षेत्रों के खस्ताहाल हो चुके स्कूलों पर शासन के निर्देश के बाद कार्रवाई की है। लम्बे समय से पानी टपकने, छत में दरारंे पडऩे, दीवारें रिसने और फर्श उखडऩे जैसी कई शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद जिला शिक्षा विभाग की टीम के साथ ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का दौरा किया गया और स्कूलों की सूची तैयार की गई। जिन स्कूलों में मरम्मत कर सुधार कार्य कराया जा सकता था, उनके लिए टेण्डर जारी कर सुधार कार्य करवाए गए हैं, वहीं ऐसे दो दर्जन से ज्यादा स्कूल पाए गए हैं, जिनकी हालत सुधार लायक भी नहीं थी।
बच्चों की सुरक्षा और जानमाल की हानि को ध्यान में रखते हुए इन सभी स्कूलों पर बुलडोजर चलाए गए है। सीईओ जिला पंचायत जैन ने बताया कि इन सभी स्कूलों के बच्चों को पास के स्कूलों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिससे आने वाले सत्र में बच्चों की पढ़ाई पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। ज्ञात हो कि ऐसे कई स्कूल थे, जहां बच्चों की संख्या ना के बराबर थी या दस से कम थी, उन बच्चों को अन्य पास के सरकारी स्कूल में स्थानांतरित किया गया है।
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