
नई दिल्ली । यूपी के झांसी(Jhansi in UP) के बबीना ब्लॉक(Babina Block) से सनसनीखेज मामला(Sensational case) सामने आया है। झमाझम बारिश से गांव सरवा से निकली कनेरा नदी का नाला उफना गया। वहीं पोस्टमार्टम के बाद बेटे का शव लेकर मध्य प्रदेश के चंदावानी हरपालपुर जा रहे पिता व रिश्तेदारी को कई घंटों इंतजार करना पड़ा। बाद में हाथों में शव उठाकर रपटा पार किया गया। दूसरी तरफ खड़े परिजनों ने जैसे ही यह मंजर देखा तो देखा तो फूट-फूटकर रो पड़े। ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान इसकी पुष्टि नहीं करता है।
मध्य प्रदेश के ओरछा थाना क्षेत्र के गांव चंदावानी हरपालपुर निवासी ओमकार अहिरवार का बेटा शिवम अहिरवार घर में हाथ बंटाता था। बीती रात वह पिता को झांसी स्थित भेल फैक्ट्ररी छोड़कर चला गया। फिर उसने घर जाकर फांसी लगा ली। देर रात जब परिजनों ने देखा तो दंग रह गए। आनन-फानन में उसे उतारकर बबीना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बेटे की मौत से परिजन फूट-फूटकर रो पड़े।
शनिवार को पोस्टमार्टम के लिए जैसे ही शिवम का शव लेकर ओमकार और नाते-रिश्तेदार घर जाने लगे तो गांव सरवां से निकली कनेरा नदी का नाला उफना गया। रिपटा पानी में डूब गया। एक तरफ तरफ लोग एंबुलेंस में शव रखकर नाला और नदी उतरने का इंतजार करते रहे तो दूसरी तरफ खडे़ परिजन बेटे का शव आने का इंतजार कर रहे थे। जब पानी नहीं उतरा और कोई गाड़ी चालक ने पार कराने से इंकार कर दिया तो लोग स्वयं हाथों में शव उठाकर करीब 200 से 300 मीटर तक तक घुटनों तक भरे पानी के बीच जान-जोखिम में डालकर पार किया। उस पार खड़े परिजनों ने जैसे ही खबर को देखा तो बिलख पड़े।
साहब, बेटे का शव हाथों में उठाकर किया है नाला पार
मृतक के पिता ओमकार ने बताया कि पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मध्य प्रदेश के ओरछा भेज दिया। शनिवार को घर शव ले जा रहे थे। तभी बबीना ब्लॉक में आने वाले सरवा गांव के पास कनेरा नदी के पास पहुंचे तो वहां पर बना रपटा तेज बहाव में रफ्तार से बह रहा था और बंद था। काफी देर इंतजार के बाद पानी कम नहीं हुआ तो साहब बेटे का शव नातेदारों के साथ हाथ में उठाकर पार कराया गया। घर से दूसरी तरफ कार मंगा कर परिजनों व ग्रामीणों की मदद से शव को करीब दो सौ मीटर हाथों में उठाकर रिपटा पार कराया।
पता नहीं क्यों बेटे ने उठाया यह कदम
मृतक के पिता ओमकार ने बताया कि बेटे शिवम अहिरवार ने भेल फैक्ट्री छोड़कर चला गया। घर आकर उसने फांसी लगा ली। पता नहीं क्यों यह कदम उठाया है। कुछ पता नहीं है। घर आकर पत्नी व मां ने देखा तो वह फंदे पर झूल रहा था। जिससे वह चीख पड़ीं। उसे तुरंत उतारा गया। तब सांस चल रही थी। शिवम को लेकर बबीना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। लेकिन, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
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