
इंदौर, राजेश ज्वेल
कई साल पहले मध्यप्रदेश (MP) वित्त निगम (Finance Corporation) ने अपने उपयोग के लिए सत्यसांई चौराहा के पास एबी रोड पर विशाल बहुमंजिला बिल्डिंग (Multi-story building) का निर्माण किया। मगर बाद में निगम को ही बंद करने की सुगबुगाहट शुरू हो गई, जिसके चलते बनी हुई बिल्डिंग खाली ही पड़ी रही और फिर इसे बेचने के प्रयास भी शुरू हुए। कुछ सरकारी महकमों से भी चर्चा की गई। मगर अब वाणिज्यकर विभाग (Commercial Tax Department) ने उक्त बनी हुई बिल्डिंग 150 करोड़ रुपए में खरीद ली है।
फिलहाल वाणिज्यकर विभाग का कार्यालय मोती बंगला संभागायुक्त कार्यालय पर है और आरएनटी मार्ग चेतक टॉवर पर किराए पर सालों से दफ्तर चल रहे हैं। अब पूरा वाणिज्य कर विभाग आने वाले कुछ महीनों बाद इस नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएगा, जिसमें फर्नीचर सहित अन्य बचे हुए कार्यों को करवाने की जिम्मेदारी इंदौर विकास प्राधिकरण को सौंपी गई है, जिस पर लगभग 30 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। प्राधिकरण की योजना 54 में जहां निजी बिल्डिंगें तनी हुई हैं, वहीं कुछ भूखंड सरकारी विभागों को भी दिए गए थे, जिनमें बैंक से लेकर अन्य महकमे शामिल रहे। लगभग 30 साल पहले प्राधिकरण ने एबी रोड का यह भूखंड मध्यप्रदेश वित्त निगम को बेचा था। 24800 स्क्वेयर फीट का यह भूखंड पहले तो सालों तक खाली पड़ा रहा, उसके बाद कुछ वर्ष पूर्व उस पर बिल्डिंग का निर्माण वित्त निगम ने ही शुरू करवाया। तत्कालीन एमडी ने इस बहुमंजिला बिल्डिंग को निर्मित करवाया, ताकि वित्त निगम का भी पूरा कामकाज एक ही जगह से संचालित हो सके। वर्तमान में मध्यप्रदेश वित्त निगम का मुख्य कार्यालय एबी रोड पर ही गीता भवन चौराहा के पास मौजूद है और सेंटपॉल के पास भी उसका पुराना कार्यालय चल रहा है। पिछले कुछ वर्षों में चूंकि मध्यप्रदेश वित्त निगम का कामकाज अत्यंत सीमित हो गया और उद्योगों या अन्य प्रतिष्ठानों को लोन देना भी बंद कर दिया है, क्योंकि वित्त निगम भी घाटे में चलता रहा। बीच में यह भी चर्चा चली कि शासन वित्त निगम को पूरी तरह से बंद करना चाहता है।