
जम्मू। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam terror attack) के 2 महीने बाद सेना ने आतंकियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। यहां पूंछ और राजौरी जिलों (Poonch and Rajouri districts) की सीमा पर नियंत्रण रेखा (LOC) के पास घुसपैठ की कोशिश करते वक्त गिरफ्तार एक पाकिस्तानी नागरिक की पहचान आतंकवादियों के गाइड के रूप में हुई है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी है। अधिकारियों के मुताबिक मोहम्मद आरिफ नाम का यह शख्स जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के चार आतंकवादियों के एक समूह के साथ भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहा था।
रविवार दोपहर को सेना के जवानों ने शख्स को पकड़ लिया था। वहीं उसके साथ मौजूद आतंकवादी एक खड़ी चट्टान से कूद गए और घायल अवस्था में पाकिस्तानी सीमा में लौट गए। पुलिस ने बताया कि आरिफ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के दातोटे गांव का रहने वाला है। आरिफ के पास से एक मोबाइल फोन और करीब 20,000 पाकिस्तानी रुपए मिले हैं।
पाकिस्तानी सेना के कहने पर आतंकियों को ला रहा था
पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह नियंत्रण PoK का रहने वाला है और उसे इलाके की अच्छी भौगोलिक जानकारी है। वह पाकिस्तानी सेना के कहने पर आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने में मदद कर रहा था। अधिकारियों ने बताया कि आतंकी उससे विस्तृत पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में कुछ अहम खुफिया जानकारियां मिल सकती हैं।
जवानों को देख भागे आतंकी
इससे पहले अधिकारियों ने घने जंगलों में संदिग्ध गतिविधि देखी थीं, जहां से कुछ आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरिफ को पकड़ लिया वहीं चार अन्य आतंकवादी सेना के जवानों को देख भाग निकले और नो मैन्स लैंड से होते हुए पाकिस्तानी सीमा में लौट गए। ड्रोन से लिए गए वीडियो में खून के निशान दिखे, जिससे संकेत मिलता है कि आतंकवादियों को खड़ी चट्टान से कूदने और गिरने से चोटें आई हैं।
भारतीय सेना की कामयाबी
ऑपरेशन सफल होने के बाद सेना ने कहा कि यह सफल घुसपैठ रोधी अभियान भारतीय सेना के अदम्य संकल्प और उनकी दक्षता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए सभी घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने की प्रतिबद्धता लगातार जारी रहेगी।
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